THE NEWS WARRIOR
09 /04 /2022
यूजी की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र चार अप्रैल को लीक होने के मामले में बड़ा खुलासा
एक डिग्री कॉलेज और तीन संस्कृत कॉलेजों में पेपर हुए थे लीक
शुक्रवार को एचपीयू स्तर पर बनाई गई जांच टीम ने कार्यकारी वीसी को सौंपी रिपोर्ट
परीक्षाओं को अप्रैल अंत या मई के शुरू में करवाने का लिया गया है निर्णय
हिमाचल प्रदेश:-
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) की सात अप्रैल को होने वाली यूजी की परीक्षाओं के प्रश्नपत्र चार अप्रैल को लीक होने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। एक डिग्री कॉलेज और तीन संस्कृत कॉलेजों में पेपर लीक हुए थे। शुक्रवार को एचपीयू स्तर पर बनाई गई जांच टीम ने कार्यकारी वीसी को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सोलन डिग्री कॉलेज, संस्कृत कॉलेज क्यारटू (ठियोग), राजधानी के संस्कृत कॉलेज फागली और संस्कृत कॉलेज सोलन में परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र खोल दिए गए थे। सोलन डिग्री कॉलेज ने जांच टीम को दिए जवाब में प्रश्न पत्र जलाने की भी बात की है, हालांकि इन्हें जलाते किसी ने नहीं देखा। यह तर्क दिया कि छात्रों को सैंपल पेपर के तौर पर दिखाने के लिए इन्हें खोला गया था।
परीक्षा शेड्यूल नए सिरे से तैयार कर जारी करेगा विवि
प्रो. अरविंद कुमार भट्ट की अध्यक्षता में 5 अप्रैल को बनी तीन सदस्यीय कमेटी में प्रो. कुलभूषण चंदेल, प्रो. ज्योति प्रकाश सदस्य रहे।रिपोर्ट के आधार पर कार्यकारी कुलपति प्रो. एसपी बंसल की मंजूरी पर यूजी की परीक्षाएं रद्द करने और नए सिरे से प्रश्न पत्र सेट कर छपवाने और परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाए जाएंगे। इन परीक्षाओं को अप्रैल अंत या मई के शुरू में करवाने का निर्णय लिया है। अप्रैल अंत तक परीक्षा शेड्यूल नए सिरे से तैयार कर विवि जारी करेगा। विवि प्रशासन अन्य कॉलेजों की जांच करवाकर पूरी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपेगा। सरकार और शिक्षा विभाग के स्तर पर ही लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई होगी। उधर, विवि के परीक्षा नियंत्रक डा. जेएस नेगी ने कहा कि यूजी की प्रथम, द्वितीय वर्ष, बीसीए और बीबीए की दूसरे, चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। इसके लिए नए सिरे से प्रश्न पत्र छाप कर परीक्षा की तैयारी होगी।
प्रश्न पत्रों को सुरक्षित रखे जाने को लेकर, सरकार को भेजी जाएगी रिपोर्ट
विवि प्रशासन ने भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो, इसके लिए गैर जिम्मेदार रवैये वाले कॉलेजों का पता लगाने के लिए अलग से टीमें बनाई हैं। ये टीमें यूजी परीक्षाओं के लिए बनाए गए सभी 157 परीक्षा केंद्रों में जाकर प्रश्न पत्रों को सुरक्षित रखे जाने को लेकर जांच कर सरकार को रिपोर्ट भेजेगी।
परीक्षाओं के प्रश्न पत्र पुन: सेट कर छपवाने का लिया गया है निर्णय
विवि प्रशासन की प्रश्न पत्र लीक होने की जांच में सामने आए तथ्यों को देखते हुए विवि ने सभी यूजी के बीए, बीएससी, बीकॉम, शास्त्री प्रथम व द्वितीय वर्ष, बीसीए और बीबीए कोर्स के दूसरे और चौथे सेमेस्टर की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र पुन: सेट कर छपवाने का निर्णय लिया है। पुराने छपे प्रश्न पत्रों को उपयोग नहीं किया जाएगा। इन्हें रद्द कर दिया गया।
कॉलेज ही नहीं विवि प्रशासन भी जिम्मेदार
शिमला। प्रश्न पत्रों के लीक होने के मामले में कॉलेज ही नहीं विवि प्रशासन भी जिम्मेदार है। एक साल तक कॉलेजों में प्रश्न पत्रों को सुरक्षित रखना भी कॉलेजों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। विवि की मानें तो बार बार इन प्रश्न पत्रों को सुरक्षित रखे जाने को लेकर दिशा निर्देश विवि की ओर से कॉलेजों को दिए जाते रहे, बावजूद इसके लापरवाह रवैया रहा, और यह स्थिति पैदा हुई। हालांकि विवि को समय से इसका पता लगा और तय 7 अप्रैल के शेड्यूल से दो दिन पहले परीक्षाएं स्थगित करने का निर्णय लिया।
जानिए क्या है पूरा मामला
चार अप्रैल को विवि को कॉलेजों में प्रश्न पत्र खुलने या या जला दिए जाने की सूचना मिली। इस पर विवि ने तुरंत तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर ऐसे कॉलेजों के प्राचार्यों को बुलाया, प्रश्न पत्र खोले जाने या जलाए जाने जानकारी जुटाने के बाद विवि प्रशासन ने 7 अप्रैल होने वाली यूजी प्रथम, द्वितीय और बीबीए, बीसीए डिग्री कोर्स की सेमेस्टर परीक्षाओं को दो दिन पहले स्थगित कर दिया। जबकि यूजी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं पूर्व निर्धारित शेड्यूल के अनुसार ही सात अप्रैल से शुरू कर दी गईं।