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1 फरवरी 2023
शिमला : केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को लेकर मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बुधवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया । यह बजट निराशाजनक और आम जनता की आशाओं के विपरीत रहा । उन्होंने कहा कि यह बजट मात्र आंकड़ों का मायाजाल है । इसमें आम लोगों , युवाओं , गरीबों व महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं है । इसमें बढ़ती मंहगाई के नियंत्रण के लिए कोई भी प्रावधान नहीं है ।
हिमाचल के विकास के लिए बजट में कुछ नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट 2023-24 में हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए कुछ भी नहीं है। इस बजट में प्रदेश में रेल और राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है। यह बजट केवल समृद्ध लोगों के पक्ष में है और मंहगाई से परेशान मध्यम वर्ग को इससे केवल निराशा मिली है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल सहित अन्य कर्जदार राज्यों को भी कोई स्पेशल ग्रांट नहीं दी गई। हिमाचल पर 75 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। 5500 करोड़ पेंशन का एरियर, 4500 करोड़ का कर्मचारियों का एरियर और 920 करोड़ रुपए DA की किश्त के हैं। ऐसे में हिमाचल केंद्र से वित्तीय मदद की उम्मीद कर रहा था। इसके अलावा, मनरेगा में भी कोई अतिरिक्त प्रावधान नहीं किया गया है, जिससे साबित होता है कि इस बजट में ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार को पूर्णतयः नजर अंदाज किया गया है।उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लोगों के कल्याण के प्रति केन्द्र सरकार के भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह बजट मात्र पानी के बुलबुले के समान क्षणभंगुर है।