THE NEWS WARRIOR
04 /03 /2022
उद्घाटन पट्टिका तोडऩे का क्रम चल रहा है पूर्व सरकार के समय से
विधायकों को अपने व्यवहार में करना होगा सुधारना
उद्घाटन पट्टिका में विधायक के नाम पर विचार करेगी सरकार
शिमला :-
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उद्घाटन पट्टिका तोडऩे का क्रम पूर्व सरकार के समय से चल रहा है। उनके क्षेत्र में कई पट्टिकाओं को तोड़ा गया। जब इसकी शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री से की गई, तो उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि विधायकों को अपना व्यवहार सुधारना होगा, अन्यथा भविष्य में लोग उनकी इज्जत भी नहीं करेंगे।
उद्घाटन पट्टिका में विधायक के नाम पर विचार करेगी सरकार
अब यह हालात बन गए हैं कि विधायक खड़े रहते हैं और कोई उनसे बात करना भी गवारा नहीं समझता है। यह बात गुरुवार को कांग्रेस के विधायक जगत सिंह नेगी के बदलते परिेवेश में विधायकों की भूमिका पर लाए गए गैर सरकारी दिवस संकल्प पर वक्तव्य के दौरान कहीं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उद्घाटन पट्टिका में विधायक का नाम शामिल किया जाए, इस पर प्रदेश सरकार विचार करेगी। खासतौर पर ऐसे कार्य जो विधायक निधि से प्राथमिकता के आधार पर पूरे करवाए गए हों।
अब विपक्ष में है तो नसीहत दे रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के 11 विधायकों ने इस चर्चा में हिस्सा लिया है और महत्त्वपूर्ण सुझाव सरकार के सामने रखे हैं। उन्होंने कहा कि शिलान्यास तोडऩे की घटनाएं उनके समय में भी बहुत होती रही हैं। कई बार वह खुद पूर्व मुख्यमंत्री के समक्ष ऐसी बातें रखते रहे हैं, लेकिन उस समय की सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी। अब विपक्ष में आ गए हैं, तो नसीहत की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक निधि एक करोड़ 80 लाख रुपए कर दी गई है, जबकि ऐच्छिक निधि को दस लाख रुपए किया गया है, जबकि कांग्रेस के समय में यह निधि चार लाख रुपए थी।
कई असंवैधानिक समितियों का गठन
आशा कुमारी ने कहा कि सरकार ने कई असंवैधानिक समितियों का गठन कर दिया है। इन समितियों में शामिल लोग विधायकों की जगह बैठते हैं। विधायक संवैधानिक पद पर हैं लेकिन उनके बुलाने पर न तो अधिकारी मौके पर पहुंचते हैं और न ही कर्मचारी पहुंचते हैं। मंत्री का टूअर प्रोग्राम भी विधायकों को नहीं दिया जाता है।
काम विधायक निधि से हो रहे
विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि काम विधायक निधि से हो रहे हैं और इन योजनाओं की शिलान्यास या उद्घाटन पट्टिका से विधायक का ही नाम गायब होता है। विधायक को मंत्री के आगमन तक की जानकारी नहीं दी जाती है। कई बड़े आयोजन से विपक्ष का विधायक होने की वजह से दूर रखने का प्रयास किया जाता है।
विधायकों की संपत्ति का ब्यौरा हो बेवसाइट पर
विधायक सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि है कि विधायकों की छवि खराब हो रही है। ऐसे में डिजिटाइजेशन किया जाना चाहिए। विधायकों की संपत्ति का ब्यौरा बेवसाइट पर डाला जाना चाहिए। सभी विधायक इस बात का खुलासा करें कि उनके पास धनराशि कहां से आई और उनकी संपत्ति का मुख्य स्रोत क्या है। साथ ही उन्होंने तहसील में विधायक के लिए भी एक कार्यालय रखने की बात सदन में रखी।