ठियोग से पूर्व विधायक भाजपा नेता स्वर्गीय राकेश वर्मा की पत्नी इंदु वर्मा हुई कांग्रेस में शामिल
The News Warrior
22 /07 /2022
BSF के रिटायर्ड DG रति राम वर्मा की बहु और ठिओग से पूर्व विधायक स्वर्गीय राकेश वर्मा की धर्मपत्नी इंदु वर्मा भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गईं। शिमला जिला में पहले से ही मजबूत मानी जा रही कांग्रेस पार्टी के लिए यह जमीनी स्तर पर और ज्यादा मजबूत होने की खबर है। इंदु वर्मा के परिवार का शिमला जिला की तीन विधानसभा सीटों तक ख़ासा होल्ड रहा है जिनमे थिओग चौपाल और कुसुमटी मुख्य हैं। वही शिमला शहरी को भी कहीं न कहीं यह परिवार प्रभावित करता रहा है।
राकेश वर्मा के आगे खाता खोलने में होती थी दिक्कत
राकेश वर्मा कांग्रेस की कदावर नेत्री विद्या स्टोक्स को भी हरा चुके हैं। भाजपा के विधायक के साथ साथ निर्दलीय भी उन्होंने थिओग से अपने रसूख का लोहा मनवाया है। ठिओग सीट से चुनाव लड़ने वाले राकेश वर्मा का पैतृक इलाका बलसन पुनर्सीमांकन के बाद से चौपाल विधानसभा में आता है। बालसन इलाके से वर्मा परिवार की पैठ का अंदाज़ा इन आंकड़ों से लगाया जा सकता है की कांग्रेस में वीरभद्र सिंह के बाद सबसे वरिष्ठ रहीं विद्या स्टोक्स को भी बालसन के बूथों पर राकेश वर्मा के आगे खाता खोलने में दिक्कत होती थी।
इसलिए लिया कांग्रेस में जाने का फैसला
वर्मा परिवार विद्या स्टोक्स के सामने हमेशा कड़ी टक्कर में रहा। हाल ही में इंदु वर्मा भाजपा अध्यक्ष जे पि नड्डा के साथ भी दिल्ली में मिली थी। परन्तु लगता है पार्टी द्वारा भविष्य के लिए कोई सकारात्मक सन्देश न मिलने के कारण उन्होंने कांग्रेस में जाने का फैसला कर लिया।
कांग्रेस में थिओग से पूर्व प्रदेश प्रधान कुलदीप राठौर भी कई बार टिकट की दावेदारी जूटा चुके हैं वहीँ हालीलाज़ के ख़ास माने जाने वाले अतुल शर्मा ने भी हाल ही में अच्छा खाशा शक्ति प्रद्रशन जन रैली के रूप में किया था। जिसके कई कयास इलाके में लगाए गए थे। विगत चुनाव में थिओग से कांग्रेस ने दीपक राठौर को टिकट दिया था , जिनकी जमानत जबत हुई थी। दीपक भी लगातार जनसम्पर्क क्षेत्र में बनाये हुए हैं। वहीँ कुमारसैन से दिग्गज नेता जे बी एल खाची के सुपुत्र भी हाल ही में विधानसभा में काफी एक्टिव देखे गए हैं।
पिछली बार निर्दलीय चौपाल से जीते थे बलवीर
परन्तु इन सबसे इतर इंदु वर्मा का कांग्रेस का दामन थामना नए समीकरणों को बल दे गया है। अब भविष्य में यह देखना दिलचस्ब होगा की चुनावी राजनीति के लिए अगर इंदु ने यह कदम उठाया है तो रणभूमि थिओग विधानसभा रहेगी या पैतृक चौपाल विधनसभा। गौरतलब है की चौपाल से भी भाजपा विधायक बलवीर वर्मा इन्दु के चचेरे देवर हैं। बलवीर पिछली बार निर्दलीय चौपाल से जीते थे इस बार भाजपा से विधायक हैं।
शिमला जिला में भाजपा इसी सीट पर अभी तक अपने को कम्फर्टेबल मानकर चल रही थी। परन्तु कहीं कांग्रेस ने इन्दु का दांव चौपाल से ही खेल दिया तो मुकाबला रोचक होना तो तय है।
इन सब सवालों के जबाब के लिए हालाँकि लम्बे इंतज़ार की जरुरत नहीं है। बरसात की धुंध के उतरते ही आगामी महीनों में सब साफ़ साफ़ दिखने लगेगा।
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