The New Warrior
स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं में चल रहे सात दिवसीय वार्षिक शिविर के दूसरे दिन प्रदेश के शिक्षण संस्थाओं में एनएसएस के मूल स्वयं सेवकों में प्रो.खजान सिंह धीर ने मुख्य अतिथि तथा मुख्य वक्ता के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज की। प्रदेश की सभी पाठशालाओं तथा महाविद्यालयों में एनएसएस को प्रभावी रूप से विकास गति तथा वर्तमान स्वरूप देने के लिए प्रो.धीर का उल्लेखनीय एवं अद्वितीय योगदान है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एनएसएस एक स्कीम का नाम नहीं बल्कि शिक्षण संस्थानों में छात्र- छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए उपलब्ध एक जीवन पद्धति है। अपना व्यवसायिक सम्पूर्ण जीवन शिक्षा तथा समाज सेवा के लिए समर्पित करने वाले प्रो. धीर ने स्वयं सेवियों को जीवन भर अच्छे मानवीय कार्यों के लिए प्रेरित किया। इससे पूर्व विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए शिक्षा विभाग स्कूल संवर्ग से सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक तथा 150 से भी अधिक बार रक्तदान का रिकॉर्ड स्थापित करने वाले सुशील पुंडीर ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थियों में समाज सेवा तथा सह अस्तित्व का भाव पैदा करती है। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. रामकृष्ण ने दोनों समाज सेवियों तथा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अतिथियों का स्वागत किया। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो.सुरेश शर्मा ने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रो.धीर तथा सुशील पुंडीर के बेहतरीन एवं अनुकरणीय उदाहरण हैं। कार्यक्रम अधिकारी प्रो. राजेंद्र शर्मा तथा प्रो.मनोरमा चौहान ने दोनों स्रोत पुरूषों का स्मृति चिन्ह भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया। इस शिविर में महाविद्यालय के 55 स्वयंसेवी छात्र छात्राएं भाग ले रहे हैं।