THE NEWS WARRIOR
19 /02 /2022
एनआईए के शक के घेरे में होने की वजह से नेगी को नहीं दी थी बड़ी जिम्मेवारी
लंबे समय से अपनी नियुक्ति का इंतजार करते रहे
जहरीली शराब मामले में बनी एसआईटी का सदस्य जरूर बनाया गया
शिमला:-
हिमाचल प्रदेश पुलिस में हड़कंप
आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय नेगी की गिरफ्तारी के बाद हिमाचल प्रदेश पुलिस में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। अरविंद नेगी की गिरफ्तारी की सूचना सोशल मीडिया पर फैली तो इससे हिमाचल प्रदेश और राज्य के पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति बन गई। यह उल्लेखनीय है कि आरोपों के संबंध में अपना पक्ष रखने के लिए नेगी पहले ही दो बार एनआईए के सामने पेश हो चुके हैं। जांच एजेंसियां नेगी की संपत्ति की जांच कर रही हैं। दरअसल हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में पूर्व एनआईए अधिकारी के घर पर एनआईए ने छापा मारा था।
सीपीएमटी पेपर लीक से हिमाचल में खूब चर्चित रह चुके अरविंद
हिमाचल प्रदेश पुलिस में सेवाएं देते हुए पंद्रह वर्ष पूर्व अरविंद दिग्विजय नेगी ने राज्य के बहुचर्चित सीपीएमटी पेपर लीक केस की जांच की थी। आईजी ओसी ठाकुर के नेतृत्व वाली एआईटी में जांच अधिकारी के रूप में अरविंद की खूब चर्चा रही है। इस मामले में 119 लोगों के खिलाफ चार्जशीट बनी थी। राज्य के बहुचर्चित शिमला तेजाब कांड की गुत्थी सुलझाने में भी अरविंद ने अहम भूमिका निभाई थी। विजिलेंस ब्यूरो में भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई। उसके बाद एनआईए में नियुक्ति मिली। हिमाचल में अरविंद नेगी को तेज-तर्रार अधिकारी माना जाता रहा है, मगर एनआईए की कार्रवाई के बाद लोग यह जानकर सन्न हैं कि वहां परदे के पीछे उनका कुछ और मामला भी चल रहा था।