हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के नैनीधार पंचायत से संबंध रखने वाले डब्ल्यूडब्ल्यूई के पूर्व स्टार दलीप सिंह उर्फ द ग्रेट खली गुरुवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। द ग्रेट खली ने पहलवानी में भारत का नाम रोशन कर सबसे ऊंचा स्थान दिलाया है। पूरी दुनिया में महाबली खली के नाम से जाने जाने वाले दलीप सिंह ने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया और आज उस मुकाम पर पहुंच गए हैं कि उनके रिकॉर्ड को तोड़ना काफी मुश्किल हो गया है।
रेसलर दिलीप सिंह राणा उर्फ द ग्रेट खली कृषि कानूनों का विरोध भी कर चुके हैं। किसान आंदोलन के समय उन्होंने कहा था कि किसान देश की रीढ़ की हड्डी हैं। वह देश के हर किसान के साथ खड़े हैं। एक छोटे से गांव घिराइना के रहने वाले दिलीप राणा उर्फ द ग्रेट खली भारत की शान है और राजनीति में भी कदम रख लिया है। लेकिन खली ऐसे ही महाबली नहीं बने। इसके पीछे इतना लंबा संघर्ष था कि आप भी सलाम करेंगे।
बचपन से ही मजबूत कद काठी वाले रहे। वह एक किसान परिवार में पैदा हुआ थे। सात भाई बहनों में से एक दिलीप राणा परिवार में सबसे अलग थे। इसका शरीर बचपन से ही भीमकाय था। आर्थिक हालात सही न होने से दिलीप बचपन में पढ़ाई नहीं कर पाए। इन्हें दूसरे भाइयों की तरह मेहनत मजदूरी करनी पड़ी।
मजदूरी के लिए खली गांव से दूर जाने लगे। लेकिन ये काफी नहीं था। जितना पैसा मजदूरी के बाद मिलता था, उससे खली की डाइट भी पूरी नहीं हो पाती थी। ऐसे में घर के लिए पैसे बचाना दूर की कौड़ी थी। एक आईपीएस अफसर ने खली को पंजाब आकर पुलिस में शामिल होने को कहा। खली के लिए ये दूर की बात थी। अफसर ने खुद खर्च देकर उन्हें पंजाब बुलाया। खली भी अपने छोटे भाई के साथ पंजाब पुलिस में शामिल हो गया।