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23 /07 /2022
जम्मू कश्मीर व झारखंड की टीमों को मात देते हुए एवं केरला की टीम से बराबरी करते हुए अपने पूल में किया टॉप
हिमाचल:-
टीम सिलेक्शन को लेकर उठे विवादों के बीच सीनियर कबड्डी चैंपियनशिप के लिए हरियाणा के चरखी दादरी में गई हिमाचल प्रदेश की टीम ने अपने खेल का बेहतर प्रदर्शन करते हुए अपने पूल में टॉप कर दिया है इस बात की जानकारी देते हुए प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन के प्रधान राजकुमार ब्रांटा ने बताया की हिमाचल प्रदेश की सीनियर वर्ग की कबड्डी टीम ने जो हरियाणा के चरखी दादरी में 69वी कबड्डी चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए गई हुई है ,उसने अपने pool जम्मू कश्मीर व झारखंड की टीमों को मात देते हुए एवं केरला की टीम से बराबरी करते हुए अपने पूल में टॉप किया है ।
46-23 के मुकाबले से जीता
उन्होंने बताया कि हमारी हिमाचल की टीम ने अपने पूल के पहले मैच में जम्मू कश्मीर की टीम को 46-23 के मुकाबले से जीता। जम्मू कश्मीर की टीम केवल 23 पॉइंट ही बना सकी जबकि हिमाचल की टीम ने 46 पॉइंट बनाकर इस मुकाबले को जीत लिया ।जबकि दूसरे मुकाबले में हिमाचल की टीम ने झारखंड की टीम को मात दी। झारखंड के साथ यह मुकाबला 64-29 का रहा । हिमाचल के 64 अंक के मुकाबले झारखंड की टीम केवल 29 अंक ही बटोर सकी । हिमाचल की टीम का अपने पुल का तीसरा मुकाबला केरला के साथ हुआ ।इस मुकाबले में हिमाचल व केरला किटी में 28 28 से बराबरी पर रही लेकिन अपने पुल की मुकाबले मुकाबले अधिकतम अंको से के अंतर से जीतने के कारण हिमाचल की टीम ने अपने पूल में टॉप कर लिया।
किसी को कम नहीं आंकना चाहिए
एसोसिएशन के प्रधान का कहना है कि अपनी तरफ से हर खिलाड़ी अच्छा खेलता है और इस उम्मीद के साथ खेलता है कि वह बेहतर प्रदर्शन करते हुए आगे जाएगा ।इसलिए किसी को कम नहीं आंकना चाहिए ।एसोसिएशन कभी यह नहीं चाहेगी कि वह गलत खिलाड़ियों को चयनित करके अपने प्रदेश का नाम खराब करे। उन्होंने कहा की हिमाचल की टीम के खिलाड़ियों ने अपने poolमें टॉप रहकर यह साबित कर दिया है की हम भी किसी से कम नहीं है । उधर एसोसिएशन के महासचिव कृष्ण लाल, एसोसिएशन के रेफरी बोर्ड कन्वीनर विजयपाल चंदेल ने व प्रेस सचिव बाबूलाल धरमानी ने हिमाचल की कबड्डी टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है तथा उम्मीद जताई है कि हिमाचल की टीम अगले मैचों में भी बेहतर प्रदर्शन करेगी।
पुराने खिलाड़ियों का दौर समाप्त होता है
उन्होंने कहा कीखिलाड़ी आते हैं जाते हैं पुराने खिलाड़ियों का दौर समाप्त होता है। नए खिलाड़ियों का दौर आता है। अपने अपने समय में हर खिलाड़ी अच्छा खेलता है। इसलिए खेल को खेल की भावना से लेना चाहिए हर खिलाड़ी जो आगे बढ़ता है ,ऊंचा नाम कमाता है ।उसके पीछे निश्चित रूप से उसकी मेहनत के साथ साथ उसकी एसोसिएशन का भी नाम होता है। इसलिए किसी को भी अहम नहीं पालना चाहिए। इस दौर में तो हमें यह चाहिए कि यह जो खिलाड़ी हमारे खेलने गए हैं इनकी योग्यता को कम न आंकते हुए इनका उत्साह बढ़ाना चाहिए।
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