THE NEWS WARRIOR
19 /04 /2022
प्रधानमंत्री मोदी ने जामनगर में विश्व स्वास्थ्य संगठन के ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की रखी आधारशिला
कोरोनाकाल के दौरान भी वैज्ञानिक तरीके से पारंपरिक जड़ी-बूटियों और नुस्खों का लोगों ने किया इस्तेमाल
पारंपरिक औषधियों और नुस्खों को रखा जाएगा दुनिया के सामने
गुजरात:-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के जामनगर में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (जीएसटीएम) की आधारशिला रखेंगे। यह सेंटर दुनिया में अपने तरह का इकलौता होगा। यही कारण है कि इसे दुनियाभर के बड़े विशेषज्ञ गेम चेंजर बता रहे हैं।
आयुर्वेदिक औषधियों पर ही काम होगा
क्या कहा डब्ल्यूएचओ ने
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) साउथ-ईस्ट एशिया की रीजनल डायरेक्टर पीके सिंह ने इस सेंटर को गेम चेंजर बताया। कहा, पारंपरिक दवाएं सदियों से चली आ रहीं हैं। डब्ल्यूएचओ के 194 सदस्य देशों में से 170 में लगभग 80 प्रतिशत लोग उनका उपयोग करते हैं।
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ‘पारंपरिक औषधियों के व्यापक उपयोग के बावजूद, मजबूत सबूत, डेटा और मुख्यधारा के स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली में उनके एकीकरण को रोकने वाले मानक ढांचे की कमी है।’
डॉ. सिंह ने आगे कहा, ‘डब्ल्यूएचओ का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन डेटा और एनालिटिक्स, स्थिरता और इक्विटी, नवाचार और प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करके और पारंपरिक चिकित्सा के प्राचीन ज्ञान और शक्ति का उपयोग करने और सतत विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में एक गेम-चेंजर हो सकता है। स्वास्थ्य सुनिश्चित करने और सभी उम्र के लोगों के लिए भलाई को बढ़ावा देने के लिए भी यह बेहद खास है।’
डब्ल्यूएचओ के साथ आने का भी मिलेगा फायदा
सेंटर के बारे में कुछ रोचक तथ्य
डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन एक तरह का दुनिया का पहला सेंटर है।
इसका लक्ष्य ट्रेडिशनल मेडिसिन की क्षमता को तकनीकी प्रगति और साक्ष्य-आधारित रिसर्च के साथ जोड़ना है।
डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन पारंपरिक मेडिसिन उत्पादों पर नीतियां और मानक निर्धारित करना चाहता है। साथ ही देशों को एक व्यापक, सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य प्रणाली बनाने में मदद करता है।
यह भी पढ़े :-
पुलिस भर्ती परीक्षा की हेराफेरी में पांच गिरफ्तार, पूछताछ में हो सकते है बड़े खुलासे