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22 /12 /2022
मंडी
हिमाचल के जिला मंडी में ATM में पैसा डिपॉजिट करने वाली निजी कंपनी के साथ 54.78 लाख की ठगी होने का मामला सामने आया है। आरोप कंपनी के 2 कर्मचारियों पर लगे हैं। उन्होंने 54 लाख 78 हजार 500 रूपए की धोखाधड़ी की है।
आरोपों के अनुसार, दोनों आरोपी कर्मचारी ATM में कम पैसा डालते रहे और झूठी कैश रिपोर्ट कंपनी को देते रहे। 16 और 17 दिसंबर को कंपनी के ऑडिटर ने यह मामला पकड़ लिया और इसकी सूचना कंपनी प्रबंधन को रिपोर्ट के साथ दी।
पिछले हफ्ते ब्रांच मैनेजर की शिकायत पर धर्मपुर थाना में भारतीय दंड संहिता 406, 409, 420, 465, 467, 469 व 120-बी, 34 के तहत मुकदमा दर्ज करके पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। आरोपियों के बैंक अकाउंट और संपत्तियों को खंगाला जा रहा है।
ब्रांच मैनेजर की शिकायत पर केस दर्ज
धर्मपुर पुलिस थाने में दर्ज शिकायत में भूपेंद्र सिंह(34) निवासी गांव मावा ज्वाली जिला कांगड़ा ने बताया है कि वह सिक्योरिट्रन प्राइवेट लिमिटेड में ब्रांच मैनेजर के पद पर तैनात है। कंपनी का कार्यालय कांगड़ा में है और मुख्य कार्यालय नारायण बिहार दिल्ली में है।
भूपेंद्र ने बताया कि यह कंपनी बैंक इंडस्ट्री के साथ जुड़ी हुई है और ATM में कैश मैनेजमेंट (कैश लाने और डालने) का कार्य देखती है। भोरंज हमीरपुर निवासी नरेंद्र सिंह और बाउनिश राणा निवासी मंडी को सरकाघाट के हब में ATM कैश मैनेजमेंट के लिए रखा गया था।
दोनों की ड्यूटी है कि वह ATM तक कैश लेकर जाएं और उसे ATM मशीन में डालें। इन कर्मियों को मैनुअल लॉगइन, पासवर्ड और OTP के लिए प्राधिकृत किया गया होता है। इससे वह ATM का संचालन करके पैसे डालते और बाद में कैश बैलेंस रिपोर्ट्स कंपनी प्रबंधन को सौंपते हैं।
54.78 लाख ऑडिट में मिले कम
भूपेंद्र ने बताया कि इस बीच 16 और 17 दिसंबर को ऑडिटर राजीव चंद ने मंडी सरकाघाट हब का ऑडिट किया तो इसमें 54 लाख 78 हजार 500 रुपए कम पाए गए। आरोप हैं कि इन दोनों कर्मचारियों ने पैसों की गड़बड़ी की है, जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई।
शिकायत के आधार रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस वहीं इस बारे में SP शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि शिकायत के आधार पर रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। आरोपियों के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। यदि रिकॉर्ड में गड़बड़ी पाई गई तो आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी ।
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