THE NEWS WARRIOR
27 /02 /2022
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की प्रशासन ने पूरी की तैयारिया
दो से आठ मार्च तक पूरी धूमधाम से मनाया जाएगा महापर्व
महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर करेंगे
216 पंजीकृत देवी-देवताओं को महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया
मंडी:-
छोटी काशी मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव यहां के देवी-देवताओं को समर्पित है। यह महापर्व विशेष तौर से देव संस्कृति और यहां की समृद्ध परंपराओं को प्रमुखता देते हुए दो से आठ मार्च तक पूरी धूमधाम से मनाया जाएगा। महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर करेंगे। वह दो मार्च को प्रथम जलेब में शामिल होंगे। यह जानकारी उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने इस मौके पत्रकारों को मेले के निमंत्रण पत्र देते हुए मीडिया के माध्यम से सभी लोगों को भी शिवरात्रि मेले का ‘न्यूंद्रा दिया। उन्होंने कहा कि दो मार्च को प्रथम जलेब के बाद मध्य जलेब पांच मार्च को निकाली जाएगी। तीसरी और अंतिम जलेब में आठ मार्च को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल होंगे, वह समापन समारोह में मुख्यातिथि होंगे। अरिंदम चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन ने देवताओं के नजराने और देवलुओं के मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा है। सीएम नजराने और मानदेय में वृद्धि को लेकर फैसला लेंगे।
216 पंजीकृत देवी-देवताओं को महोत्सव में शामिल होने का न्यौता
उपायुक्त ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी 216 पंजीकृत देवी-देवताओं को महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। मंडी आने वाले देवी-देवताओं, कारदारों और देवलुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस बार धाम का आयोजन यू ब्लॉक की बजाय भीमाकाली सभागार में रहेगा। अरिंदम चौधरी ने कहा कि इस बार पड्डल मैदान मंडी शिवरात्रि मेले के अतीत को जीवंत बनाती पुराने फ ोटोज की एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। हमारा प्रयास है कि देव आस्था का यह महा समागम देव संस्कृति को और मजबूती देने में सहायक हो तथा युवा पीढ़ी का इससे जुड़ाव और गहरा हो।
मेला समिति को पड्डल मैदान से दो करोड़ का मुनाफा
उपायुक्त ने बताया कि इस बार मेला समिति को पड्डल मैदान से कुल दो करोड़ नौ लाख 98 हजार 198 रुपए की आय हुई है इसमें पड्डल मैदान से 1.52 करोड़, छोटे पड्डल में झूला इत्यादि से 25 लाख 90 हजार, तंबोला से सात लाख आठ हजार और रेहड़ी-फहड़ी से 25 लाख रुपए से अधिक की आमदनी हुई है। कुल मिलाकर ये पहले के मुकाबले करीबन 15 लाख रुपए अधिक हैं। इसके अलावा टिकट, स्मारिका विज्ञापन, डोनेशन और अन्य योगदान के माध्यमों से भी आय प्राप्त हो रही है।
छह मार्च को मंडी में मैराथन का आयोजन
खेल उपसमिति की अध्यक्ष पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि मेले में खेल प्रतियोगिताओं के और बेहतर आयोजन पर बल दिया गया है। सभी प्रतियोगिताओं में महिलाओं की भागीदारी तय बनाई जाएगी। फुटबाल और हॉकी प्रतियोगिताएं 18 से 20 फरवरी में बीच करवाई जा चुकी हैं। बास्केट बाल, कबड्डी, वालीबाल, रंगोली, पेंटिंग, रस्साकशी प्रतियोगिताएं और मैराथन दो से आठ मार्च के मध्य आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा विशेषतौर पर वालीबाल और कबड्डी स्पर्धाओं को राष्ट्रीय स्तर का स्वरूप देने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए प्रदेशभर की टीमों के साथ साथ नेशनल लेवल की टीमों की भागीदारी सुनिश्चित बनाने के लिए काम किया जा रहा है। शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि छह मार्च को मंडी में मैराथन का आयोजन किया जाएगा। इसमें 21, 11 और 3 किलोमीटर की दौड़ें होंगी। मैराथन में सभी लोग भाग ले सकते हैं। मैराथन में भाग लेने के लिए छह मार्च को सुबह सात बजे सेरी मंच पहुंच कर पंजीकरण करवाया जा सकता है।
मेले में छह की बजाय सात सांस्कृतिक संध्याएं, सातवीं संध्या वीर शहीदों को समर्पित
अरिंदम चौधरी ने बताया कि मेले में इस बार छह की बजाय सात सांस्कृतिक संध्याएं रखी हैं। सातवीं संध्या हमारे देश के वीर शहीदों को समर्पित रहेगी। इसमें शहीदों के परिजनों के अलावा सैनिक परिवारों को विशेष तौर से बुलाया जाएगा। इसका आयोजन आठ मार्च को सेरी मंच पर किया जाएगा। यह एक प्रयोग के तौर पर किया जा रहा है और इसके लिए ट्रैफि क प्लान भी अलग बनेगा। बाकी सांस्कृतिक संध्याएं पड्डल में होंगी। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि मेले में सबकी भागीदारी तय बनाने पर जोर रहेगा। हर वर्ग को इससे जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। खासकर अनाथ और दिव्यांग बच्चों की मेले में भागीदारी तय बनाई जाएगी। इसके लिए सांस्कृतिक संध्याओं में दिव्यांग बच्चों का फैशन शो और एक डांस शो ‘फ ायर ऑन व्हील रखा गया है।
जनजागरूकता के लिए विशेष आयोजन
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि महोत्सव में 200 बच्चों, जिनमें अनाथ, दिव्यांग और कुपोषण के शिकार बच्चे शामिल होंगे, का सामूहिक जन्मदिन आयोजन का कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने महोत्सव में सामाजिक संदेशों के प्रसार पर भी विशेष जोर दिया जाएगा। जनजागरूकता के लिए विशेष आयोजन किए जाएंगे। कन्य भ्रूण हत्या रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए तीस फुट हाइड्रोजन का गुब्बारा भी उड़ाया जाएगा। महोत्सव में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पोषण अभियान और नशा मुक्ति जैसे अभियानों के तहत विविध गतिविधियां की जाएंगी। शहर में हर दिन अलग अलग जगह ‘ फ्लैश मॉब आयोजित किए जाएंगे, जिसमें सामुहिक रूप से दर्शक अपने फोन की लाइट जलाएंगे। इसके अलावा सेल्फी प्वाइंट बनाकर भी सामाजिक सरोकार की योजनाओं से जोडऩे का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए जलेब में भी सामाजिक संदेश वाली झांकियां रखी गई हैं।