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16 जनवरी 2023
ऊना : हिमाचल के ऊना जिले के शहीद अमरीक सिंह सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। पैतृक गांव गणु मदवाड़ा में राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। शहीद अमरीक सिंह को बेटे अभिनव ने मुखाग्नि दी। शमशान घाट स्वर्गधाम में शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा।
शहीद का पार्थिव देह करीब सुबह 10 बजे घर पहुंचा। पार्थिव देह घर पहुंचते ही परिवार में चीख पुकार मच गई। शहीद की पत्नी रुचि, बेटा अभिनव, मां ऊषा देवी, पिता धर्मपाल सिंह, बड़े भाई अमरजीत सिंह और छोटे भाई हरदीप सिंह पार्थिव शरीर को देख बिलख पड़े ।
शहीद अमरीक सिंह का चेहरा आखिरी बार देखते ही उनकी पत्नी और मां बेसुध हो गईं। दोनों को रिश्तेदारों और गांव के लोगों ने ढांढस बंधाया। कुछ देर पार्थिव देह अंतिम दर्शनों के लिए रख गई और इस दौरान परिवार की तरफ से अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए काफी जनसेलाब उमड़ा और सभी लोगों ने नम आँखों से अंतिम विदाई दी ।
बता दें कि गणु मदवाड़ा के 39 वर्षीय हवलदार अमरीक सिंह बीते मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में हुए हादसे में शहीद हो गए थे। अमरीक सिंह 2001 में सेना में भर्ती हुए। वह जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर में तैनात थे।