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27/05/2022
मंदिर में की जा रही हैं शिवलिंग और नंदीगण की स्थापना
ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है शनि देव जयंती
घुमारवीं:-
बिलासपुर जिला के घुमारवीं उपमंडल के गतवाड़ पंचायत के लेठवीं गांव में उतर भारत का प्रसिद्ध शनि देव मंदिर हैं। यहां लोग दूर-दूर से माथा टेकने आते हैं। लेठवीं शनिदेव मंदिर में 30 मई को शनि देव जयंती के उपलक्ष्य पर एक भव्य आयोजन किया जा रहा हैं। इस उपलक्ष्य पर मंदिर न्यास द्वारा मंदिर में शिवलिंग और नंदीगण की स्थापना की जा रही हैं।
शनि देव जयंती के उपलक्ष्य पर मंदिर में हवन यज्ञ और भंडारे तथा रात को विशाल जागरण का आयोजन किया जा रहा हैं। मंदिर न्यास ने सभी भग्तजनों को सादर आमंत्रित किया हैं। मंदिर न्यास द्वारा शिवलिंग की स्थापना सुबह 9 बजे, हवन यज्ञ 10 बजे, पूर्णाहुति 1 बजे, भंडारे का आयोजन 2 बजे तथा जागरण का आयोजन 8 बजे किया जाएगा।
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अमावस्या तिथि को मनाई जाती है शनि जयंती
हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन शनि देव का जन्म हुआ था। इसलिए इसे शनि जयंती के रूप में जाना जाता है। यदि हम इस साल शनि जयंती की बात करें तो यह 29 मई से शुरू होगी। इस दिन शुभ मुर्हत दोपहर 2 बजकर 54 मिनट पर प्रारंभ होगा। जबकि अगले दिन 30 मई सोमवार को शाम 4 बजकर 59 मिनट पर शुभ मुर्हत समाप्त होगा। सूर्य उदय के आधार पर इस साल शनि जयंती 30 मई सोमवार को मनाई जाएगी। इस दिन शुभ मुर्हत के दौरान शनि देव की भक्ति अराधना की जाती है वह बेहद फलदायक साबित होती हैं।
मंदिर की स्थापना
मंदिर के पुजारी ने जानकारी देते हुए बताया की मंदिर के निर्माण के लिए खुदाई करते समय मजदूरों को एक पत्थर की शिला मिली जिसकी जानकारी मजदूरों ने मंदिर के पुजारी को दी। बाद में इस पत्थर शिला को मंदिर में शनि शिला के रूप में स्थापित कर दिया गया है।
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