THE NEWS WARRIOR
09/05/2022
पेपर लीक मामला सीआईडी के पास होने से बढ़ा जाँच का दायरा
वित्तीय जांच में भी नहीं मिला कोई सबूत
शिमला:-
पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर लीक मामला अब सीआईडी के पास होने से जांच का दायरा बढ़ जाएगा। अब मामला सीआईडी के पास दर्ज होने से जिलों में अलग से एफआइआर दर्ज नहीं होगी। एसआइटी के अलावा जांच एजेंसी कहीं भी दबिश दे सकेगी। सोलन में सामने आए वाट्सएप चैट मामले के बाद ही कहा जा रहा था कि इसे सीआइडी के हवाले किया जा सकता है। लेकिन अभी इसकी जांच सोलन पुलिस कर रही है। उधर, सोलन पुलिस ने फस्ट वाट्सएप काल के जिस डाटा को पुनर्जीवित करने के लिए फारेंसिक साइंस लैब जुन्गा भेजा था, वहां यह पुनर्जीवित नहीं हो पाया है। अब पुलिस इसी डाटा को हैदराबाद भेजेगी।
अत्याधुनिक उपकरणों का अभाव
जुन्गा में अत्याधुनिक उपकरणों के अभाव में ऐसा संभव नहीं हो पाया है। वाट्सएप चैट में पेपर लीक होने का अंदेशा जताया गया था। इसमेें कुछ अभ्यर्थी पैसों के लेन- देन से पुलिस कांस्टेबल की नौकरी पाने की बात कर रहे हैं। यह चैट इंटरनेट मीडिया में वायरल हो गई थी। 27 मार्च को लिखित परीक्षा हुई थी। इसका रिजल्ट पांच अप्रैल को घोषित किया गया था। इस संबंध में सोलन पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार किया था। पुलिस पूरे मामले की वित्तीय जांच भी करवाई, लेकिन इसमें कोई भी सुबूत नहीं मिल पाए हैं।
न्यूयार्क से भी नहीं आया कोई जवाब
सोलन पुलिस ने फस्ट वाट्सएप काल का पता लगाने के लिए कंपनी को पत्र लिखा। दो बार रिमाइंडर भी दिया, पर कंपनी के मुख्यालय न्यूयार्क से कोई जवाब नहीं आया। सोलन के एसपी वीरेंद्र शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
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