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7 फरवरी 2023
शिमला : आईजीएमसी शिमला में रोबोटिक सर्जरी जल्द ही शुरू होने वाली है । आईजीएमसी के यूरोलॉजी, एनेस्थीसिया समेत दो अन्य विभागों के विभागाध्यक्ष प्रशिक्षण लेने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश गए हैं । यह टीम वहाँ पर सर्जरी करने के लिए ऑपरेशन थियेटर संबंधी अन्य जानकारी हासिल करेगी। इसके साथ ही टीम यह भी देखेगी कि अस्पताल में मौजूदा समय में जो ऑपरेशन थियेटर बने हैं वह इस रोबोटिक सर्जरी के लिए पर्याप्त हैं या नहीं। इसके अलावा अन्य तकनीकी जानकारी भी हासिल करेंगे।
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सरकार को सौंपेंगे रिपोर्ट
आईजीएमसी प्राचार्य डॉ. सीता ठाकुर ने पुष्टि करते हुए बताया कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) से एम्स ऋषिकेश के लिए चार सदसीय टीम सोमवार को रवाना हो गई है । ऋषिकेश के सर्जरी के मॉडल को देखने के बाद आईजीएमसी में इसकी प्रक्रिया शुरू होगी । चार सदस्यीय टीम के लौटने के बाद आईजीएमसी प्रबंधन अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देंगे।
इस सर्जरी से यह होगा लाभ
आईजीएमसी के डॉक्टरों का कहना है कि रोबोटिक सर्जरी के जरिये आंत, कैंसर और लिवर समेत गंभीर बीमारियों के मरीजों को इसका लाभ होगा। इस तकनीक के जरिये चिकित्सक एक कंसोल में बैठकर सर्जिकल साधनों की मदद से पेट के कैंसर, बड़ी आंत, प्रोस्टेट और लिवर के कैंसर का ऑपरेशन आसानी से कर सकेंगे। इसके द्वारा ऑपरेशन करने में मी भी कम लगेगा । जहां ऑपरेशन करने में 3-4 घंटे लगते हैं ऐसे में अब 1 डेढ़ घंटा ही लगेगा । इसके अलावा पांच से सात डॉक्टरों और नर्सों की टीम की जगह अब एक चिकित्सक, एक एनेस्थीसिया चिकित्सक और एक सिस्टर ऑपरेशन का काम संभाल लेंगे।