शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए छ:सूत्रीय योजना की मुख्यमंत्री ने की घोषणा

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तीन से  छ: वर्ष के बच्चों  के लिए पूर्व प्राथमिक शिक्षा कक्षाए आरम्भ की गई 

राज्य सरकार द्वारा अनेक छात्रवृति योजनाए चलाई जा रही

समाज एवं अभिभावको की भागीदारी 

पर्यावरण एवं प्रकृति से परिचय

 शिमला:- 

राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 का क्रियान्वन

 शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा निति के अंतर्गत सरकारी पाठशालाओ  में  तीन से  छ: वर्ष के बच्चों  के लिए पूर्व प्राथमिक शिक्षा कक्षाए आरम्भ की गयी है। सभी राजकीय माध्यमिक , उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाो  में मिश्रित मोड़ के माध्य्म  से real time online teaching आरम्भ की जायगी।  इससे लगभग  छ:लाख लोगो को लाभ मिलेगा। योजना के अंतर्गत गुणवत्ता के आधार पर रैंकिंग  की जायगी तथा राज्य के तीन स्कूलों को नकद पुरस्कार देने कीघोषणा  मुख़्यमंत्री द्वारा की गयी.इनमे से कुछ ऐसी भी है जिनमे कई वर्षो से संसोधन नहीं हुआ है। इन सभी योजनाओ पर पुनर्विचार करने की मुख्यमंत्री द्वारा घोसणा  की  गयी।

मेधा प्रोत्साहन योजना 

वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा अनेक छात्रवृति योजनाए चलाई जा रही है।इनमे से कुछ ऐसी भी है जिनमे कई वर्षो से संसोधन नहीं हुआ है। इन सभी योजनाओ पर पुनर्विचार करने की मुख्यमंत्री द्वारा घोसणा  की  गयी।  मुख्यमंत्री ने कक्षा  तीन के मेधावी छात्रों के लिए एक नई बल प्रतिभा छात्रवृति योजना शुरु करने की घोषणा की. मेरिट के आधार पर चौथी और पाँचवी कक्षाओं तक तीन हजार प्रतिवर्ष छात्रवृति प्रदान की जाएगी। इन  सभी योजनाओ से तीस हजार विद्यार्थीओ को लाभ होगा। मुख़्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत रेजिस्टशन के तिथि से शोध के तीन वर्षो तक शोद्यार्थी को तीन हजार रुपए प्रतिमाह देने के घोषणां  की गई

आईटी  के माध्यम से गुणवत्ता सुधार 

विगत दो वर्षो में प्राथमिक से लेकर कालेज तक गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए योजनाए सफल हुई है इन योजनाओ के अंतर्गत निम्न प्रस्ताव सफल हुए है। स्वर्ण जयंती क्लस्टर श्रेष्ठ विधालय जिसके अंतर्गत 100नए विद्यालय  स्वर्ण जयंती  उत्क्रिस्ट विधालय जिसके अंतर्गत68  नए माध्यमिक नए विधालय स्वर्ण जयंती  उत्क्रिस्ट महाविधालय 2022 /2023 में जोड़े जायँगे योजनाओ के कार्यन्वयन में आईटी के विशेष भूमिका होगी

समाज एवं अभिभावको की भागीदारी 

राज्य की शिक्षा प्रणाली तथा शिक्षा गुणवत्ता में सुधार हेतु छात्रों के अभिभावको तथा शिक्षकों  के बीच एक वर्ष में कम से कम तीन दिन संवाद अनिवार्य किया जायगा।

पर्यावरण एवं प्रकृति से परिचय

सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के उदेस्य से 2022 -2023 में 50 राजकीय महाविद्यालयो,50 पाठशालाऔ और 20 आईटीआई में सोर ऊर्जा पेनल तैयार किये जाएंगे

रोजगार परामर्श

छात्रों के मार्गदर्शन तथा करियर परामर्श की दृस्टि से सभी उच्च एवं वरिष्ठ माध्यमिक विधालयो माँ करियर परामर्श और मार्गदर्शनप्रकोष्ठ स्थापित किये जांएगे। इसके साथ रोजगार प्रदान करने के उदेश्य  से सभी राजकीय महाविधालयो संस्कृत महाविधालयोऔर विश्वविधालयो में career guidance  एंड placement सेल के स्थापना की जायगी और झा य पहले से विद्यमान हे उन्हें और सुदृढ़ किया जायगा।

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