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07/06/2022
सुपर-100 योजना के लिए शिक्षा विभाग ने नियम में किया बड़ा बदलाव
तय नियम के अनुसार करनी होगी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति की राशि खर्च
शिमला:-
हिमाचल प्रदेश स्वर्ण जयंती सुपर-100 योजना के लिए शिक्षा विभाग ने नियम में बड़ा बदलाव किया है। योजना के तहत विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि तय नियम के अनुसार खर्च करनी होगी।
नियम के अनुसार विद्यार्थी वित्तीय मदद का उपयोग केवल कोचिंग फीस देने के लिए, आनलाइन कोचिंग के लिए इंटरनेट डाटा पर होने वाले खर्चे, किताबो को खरीदने के लिए कर सकते हैं। मोबाइल फोन, आइपैड, लेपटाप खरीद के लिए इस राशि को खर्च नहीं किया जा सकता।
विद्यार्थियों को दी जाएगी तीस हज़ार की अग्रिम राशि
विद्यार्थी लघु अवधि की कोचिंग की फीस अदा करने और इस दौरान भोजन व आवास पर होने वाले खर्च के लिए भी इस राशि का उपयोग कर सकते हैं। खर्च होने वाली राशि की रसीद, बिल सेवा प्रदाता या दुकानदार से लेना अनिवार्य है। तीस हज़ार की अग्रिम राशि चयनित विद्यार्थियों को दी जाएगी। उस राशि का स्कूल के मुखिया द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र देने पर ही अगली किस्त की मांग की जा सकती है।
उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से सोमवार को नई गाइडलाइन जारी की गई है। यदि विद्यार्थी बीच सत्र में पढ़ाई छोड़ता है तो उसे योजना के तहत मिली पूरी राशि को वापस करना होगा। छात्र का पूरा सत्र सरकारी स्कूल से ही पढ़ाई करना जरूरी है। यदि विद्यार्थी आफलाइन कोचिंग लेता है तो उसे नियमित तौर पर हर माह अपना उपस्थिति प्रमाण पत्र प्रधानाचार्य के पास जमा करवाना होगा।
मेरिट के आधार पर होगा विद्यार्थियों का चयन
विद्यालय में 75 प्रतिशत उपस्थिति होना अनिवार्य है, जिन विद्यार्थियों का चयन मेरिट के आधार पर होगा वे पसंदीदा संस्थान में कोचिंग ले सकते हैं। कोचिंग पूरी होने के बाद विद्यार्थी किन-किन प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठे और उसे उत्तीर्ण किया, इसकी जानकारी भी निदेशालय को भेजनी होगी।
योजना के तहत 10वीं बोर्ड की परीक्षा में पहले 100 स्थानों पर रहने वाले विद्यार्थियों को कोचिंग के लिए एक-एक लाख रुपये की राशि सरकार की ओर से दी जानी है।
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