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20 सितंबर 2023
शिमला : भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्षा वंदना योगी ने “नारी शक्ति वंदन विधेयक” को लेकर प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि 19 सितंबर, 2023 का दिन भारत के 75 साल के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उस दिन के रूप में जब देश की आधी आबादी को देश की सर्वोच्च कानून बनाने वाली संस्था में पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिलेगा।
‘नारी शक्ति’ जो है ‘राष्ट्र शक्ति’
उन्होंने कहा कि भारत की संसद में महिलाओं के प्रतिनिधित्व के लिए 33 प्रतिशत कोटा प्रदान करने के लिए 128वें संविधान संशोधन विधेयक, 2023 की शुरूआत, जिसे नारी शक्ति वंदन विधेयक के रूप में भी जाना जाता है, ‘नारी शक्ति’ जो ‘राष्ट्र शक्ति’ भी है, की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नारी शक्ति राष्ट्र की शक्ति है और अब 2047 तक अमृत काल में भारत को और भी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए महिलाओं और राष्ट्र दोनों को बढ़ाया जा रहा है।
2021 में 11 महिलाओं को मिला कैबिनेट रैंक
उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री मोदी की मंत्रिपरिषद ने भी 2021 में 11 महिलाओं को कैबिनेट रैंक व राज्य मंत्री के मंत्री बनाकर इतिहास रचा था। एक बार जब यह महिला आरक्षण विधेयक भारत की संसद द्वारा पारित हो जायेगा तो यह उपलब्धि देश के विधायी निकायों में महिलाओं को वास्तविक प्रतिनिधित्व प्रदान करने के लिए स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा ।
27 सालों से लंबित महिला आरक्षण विधेयक हो सकता है पारित
उन्होंने कहा कि करीब 27 सालों से लंबित महिला आरक्षण विधेयक संसद के पटल पर लाया गया, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति को दर्शाता है। आंकड़ों के मुताबिक, लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या 15 फीसदी से कम है, जबकि राज्य विधानसभा में उनका प्रतिनिधित्व 10 फीसदी से भी कम है। इस मुद्दे पर आखिरी बार कदम 2010 में उठाया गया था, जब राज्यसभा ने हंगामे के बीच बिल पास कर दिया था और मार्शलों ने कुछ सांसदों को बाहर कर दिया था, जिन्होंने महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का विरोध किया था। हालांकि यह विधेयक रद्द हो गया, क्योंकि लोकसभा से पारित नहीं हो सका था। वर्तमान स्थिति की बात करें तो लोकसभा में 78 महिला सदस्य चुनी गईं है।