हिमाचल में मत्स्य उत्पादन पर मंडरा रहा संकट, उत्पादन बढ़ने की बजाय हो रहा है कम

0 0
Spread the love
Read Time:3 Minute, 22 Second

 

The news warrior 

10 अप्रैल 2023

बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश में मछली उत्पादन खतरे में हैं । प्रदेश में मछली उत्पादन अधिक होने की बजाय कम हो रहा है।  इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में वर्ष 2020-21 में मछली उत्पादन 605.44 मीट्रिक टन था, तो वहीं वर्ष 2021-22 में यह घटकर 601.008 हो गया। वहीं वर्ष 2022-23 में मछली उत्पादन घटकर 503.49 प्रतिशत रह गया है।

 

पोंग डैम को छोड़कर सभी जगह मछली उत्पादन में गिरावट

एक ओर सरकार प्रदेश  में जहां मछली उत्पादन से रोजगार प्रदान करने की बात कर रही हैं, तो वहीं मछली उत्पादन में गिरावट आना चिंता का विषय है। हिमाचल प्रदेश में पोंग बांध को छोड़कर अन्य  सभी जगहों पर मछली उत्पादन कम हो रहा है चाहे गोविंद सागर झील हो, कौल डैम हो, चमेरा डैम हो या फिर रणजीत सागर डैम हो सभी जगहों पर  मछली उत्पादन में कमी देखी गई है।

 

इन कारणों से हो रहा प्रदेश में मछली उत्पादन कम

मत्स्य पालन विभाग का कहना है कि प्रदेश में मछली उत्पादन में कमी आने के कई कारण हैं । इसका कारण एक यह है  कि प्रदेश में मछली प्रजनन के स्थान नष्ट हो रहे हैं। प्रदेश में चल रहे विभिन्न विकासात्मक कार्यों से विभिन्न स्थानों पर खुदाई हो रही है। खुदाई से निकले मलबे को नदी नालों या उनके समीप डंप किया जा रहा है। बारिश के दौरान पानी के बहाव से मलबा नदियों में एकत्रित होता है, जिससे मत्स्य प्रजनन स्थान नष्ट हुए हैं। इसके अलावा बांधों द्वारा बार-बार तेजी से पानी छोड़ने और अधिक गाद की मात्रा होने के कारण जलाशयों के प्राकृतिक स्थानों पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है।

 

बड़े आकार की मछलियों का शिकार

विभाग का कहना है कि बांधों से बार- बार नियमित रूप से पानी छोड़ने के कारण भी पानी के स्तर में बार- बार उतार चढ़ाव आ रहा है। इससे मत्स्य प्रजन्न व अंगुलिकाओं पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है। वातावरण में वैश्विक बदलावों के कारण बरसात समय पर न होने से भी मत्स प्रजनन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। मत्स्य विभाग का कहना है कि मत्स्य आखेट के कारण बड़े आकार की मछलियों का शिकार हो जाने के कारण भी बुडर मछलियों की संख्या में कमी हो रही है। इससे मत्स्य उत्पादन कम हो रहा है।

 

यह भी पढ़ें : घुमारवीं ग्रीष्मोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या रही ‘हार्मनी ऑफ द पाइन्स’ के नाम

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

शिमला में नशा माफिया पर बड़ी कार्रवाही, एक हफ्ते में पकड़े 30 ड्रग पैडलर्स

Spread the love   The news warrior  10 अप्रैल 2023 शिमला : हिमाचल पुलिस लगातार नशे के खिलाफ चलाए इस अभियान में सफलता हासिल कर रही है । इसी कड़ी में शिमला पुलिस ने शिमला में स्थानीय सहित अंतरराज्यीय ड्रग तस्करों के रैकेट को तोड़ दिया है। शिमला पुलिस ने  […]

You May Like