नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वछता मिशन के तहत हर वर्ष कराए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के नतीजे आज घोषित कर दिए गए है . इस सर्वे में देशभर के 4000 से ज्यादा शहरो को शामिल किया गया है . राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद स्वछता मिशन के तहत काम करने वाले नगर निगमों को सम्मानित करेंगे . स्वछता सर्वे में इस बार प्रथम स्थान पर इंदौर ,दूसरे स्थान पर सूरत ,तीसरे स्थान पर विजयवाड़ा रहे |
इसी के साथ राजधानी शिमला में स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में शिमला शहर की रैकिंग इस बार काफी गिर गई है. शनिवार को स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 की लिस्ट जारी की गई है.
जिसमे प्रदेश की राजधानी और पर्यटकों की पहली पसंद शिमला के लिए निराशा हाथ लगी है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में इस बार शिमला शहर की रैंकिंग इस बार गिर गई है . पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार शिमला 65वीं रैंक से गिरकर 102 रैंक पर आ गया है
.इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में 4320 शहरों को शामिल किया गया तथा जो दुनिया के सबसे बडे स्वच्छ सर्वेक्षणों में से एक है. साल 2016 में इस स्वच्छ सर्वेक्षण कदम की शुरुआत पर केवल 73 प्रमुख शहरों को सर्वेक्षण में शामिल किया गया था. इस साल के सर्वेक्षण की सफलता इस बार नागरिकों से मिले फीडबैक की संख्या के आधार पर आंकी गई है.
जिसके बाद उसके नतीजे घोषित किये गए .आंकड़ो की माने तो इस बार पांच करोड़ से अधिक फीडबैक आए हैं,यह संख्या पिछले साल 1.87 करोड़ थी.वीडियो,वहीं, नगर निगम स्वच्छता अधिकारी चेतन चौहान ने कहा कि इस बार स्वच्छता रैकिंग में काफी गिरावट आई है. इसका कारण लोगों का फीडबैक और कुछ क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था का न होना है. हालांकि शिमला में पिछली बार रैंकिंग से पहले नगर निगम की ओर से खुद एक मुहिम पूरे शहर के लिए चलाई गई थी जिससे शहर भर में साफ सफाई को ध्यान में रखा गया तथा इसके साथ पूरे शहर को साफ करने के लिए लोगों को भी जागरुक किया गया था, जिससे शिमला की रैंकिंग काफी अच्छी थीं लेकिन इस बार लोगों को जागरूक करने के लिए मुहिम तो चलाई गई थी . लेकिन नगर निगम को अपनी तरफ से जो कार्य करना था उस पर कोई ज्यादा काम नहीं हो सका. जिसके कारण लोगो ने फीडबैक के द्वारा निगम कम रैंकिंग मिली|.