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5 मई 2023
बिलासपुर : बिलासपुर में भविष्य में पेयजल का संकट गहराने की आशंका है । जिला की खड्डों में प्रतिबंध के बावजूद भी अवैज्ञानिक तरीके से अवैध खनन करने की वजह से भू-जलस्तर पेयजल योजनाओं का पानी लेवल से भी डेढ़ मीटर नीचे चला गया है। विभागीय अधिकारियों की टीम द्वारा किए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है।
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भविष्य में एक बड़ा पेयजल संकट गहराने के आसार
विभागीय अधिकारियों की एक टीम ने जाहू से लेकर बलघाड़ तक सर्वेक्षण किया । जिसमें पाया गया कि खड्डों पर आधारित पेयजल योजनाओं का जल स्तर डेढ़ मीटर तक नीचे चला गया है। वहीं कई योजनाएं ऐसी हैं, जहां पानी की कमी के चलते खड्ड में किसी दूसरी जगह पंप लगाकर पानी उठाना पड़ रहा है। जिले में 278 पेयजल स्कीमें व 76 सिंचाई स्कीमें हैं। सीर खड्ड पर जाहू से लेकर झंडूता ब्लॉक के बलघाड़ तक 62 पेयजल स्कीमें कार्यरत हैं, जिनके माध्यम से हजारों लाखों की आबादी लाभान्वित होती है। ऐसे में भविष्य में एक बड़ा पेयजल संकट गहराने के आसार बन गए हैं।
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पानी के स्तर को बढ़ाने के लिए योजना तैयार
उधर, जलशक्ति विभाग बिलासपुर सर्किल के अधीक्षण अभियंता ईं. राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि खड्डों पर आधारित पेयजल स्कीमें का जलस्तर उनके पानी के लेवल से भी डेढ़ मीटर नीचे तक चला गया है। इसी चिंता को ध्यान में रखते हुए चैकडैम लगाकर पानी को इन्क्रीज करने की कार्य योजना तैयार कर स्वीकृति के लिए राज्य स्तरीय कमेटी को भेजी गई है। अप्रूवल मिलने के बाद जलजीवन मिशन से फंडिंग के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहीं अवैध खनन की रोकथाम के लिए जिलाधीश से उचित कदम उठाने का आग्रह किया गया है।
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59.11 करोड़ का प्रोजेक्ट भेजा
जलशक्ति विभाग बिलासपुर सर्किल के अधीक्षण अभियंता ईं. राजेश कुमार शर्मा के अनुसार जिला के तीनों ब्लॉकों से एक एक डीपीआर तैयार कर स्वीकृति को भेजी गई है। यह प्रोजेक्ट 59.11 करोड़ रुपए की लागत का है। इसके तहत घुमारवीं ब्लॉक से 24 करोड़, बिलासपुर सदर ब्लॉक से 19 करोड़ और झंडूता ब्लॉक से 16 करोड़ का प्रोजेक्ट शामिल हैं।