THE NEWS WARRIOR
05 /03/2022
तिब्बतियों के लूनर कैलेंडर के अनुसार पांच मार्च से शुरू हुआ तिब्बती नववर्ष
भगवान को चढ़ाने के लिए बनाए जाते हैं खास पकवान
तीन दिन होती है पूजा-अर्चना
धर्मशाला:-
तिब्बतियों का नववर्ष आज से शुरू हो गया है। धर्मशाला व मैक्लोडगंज में रह रहे तिब्बती समुदाय के लोगों ने शुक्रवार रात 12 बजे अपने नववर्ष का स्वागत किया। वहीं तिब्बतियन यूनाइटेड एसोसिएशन ने शनिवार सुबह सात बजे मुख्य बौद्ध मंदिर मैक्लोडगंज में नववर्ष पर धर्मगुरु दलाई लामा की दीर्घ आयु को लेकर विशेष पूजा की। मैक्लोडगंज में लोसर उत्सव तीन फरवरी से शुरू हो गया था, जबकि शनिवार को नववर्ष के साथ ही लोसर उत्सव का समापन हो गया।
एक माह पूर्व हो जाती हैं तैयारियां शुरू
नववर्ष को लेकर तिब्बती समुदाय के लोगों में बहुत अधिक उत्साह होता है। नववर्ष के लिए ये लोग अपने घरों में कम से कम एक माह पूर्व ही तैयारियां शुरू कर देते हैं। उत्सव के दौरान बहुत खास व्यंजन बनते हैं। लोसर उत्सव के लिए एक माह पहले छांग (देसी मदिरा) तैयार करना शुरू कर देते हैं। तिब्बती समुदाय के लोग छांग का पहले अपने ईष्ट को भोग लगाते हैं और उसके बाद स्वयं या रिश्तेदारों में इसका आदान-प्रदान करते हैं।
भगवान को चढ़ाने के लिए बनाए जाती हैं खास पकवान
लोग पर्व के दौरान भगवान को चढ़ाने के लिए मैदे से खपस (मटर की तरह दिखने वाला व्यंजन) और नमकीन मक्खन चाय (बटर टी) बनाते हैं। तिब्बती परंपरा के अनुसार उत्सव के पहले दिन तिब्बती परिवारों के बच्चे और पुरुष नहाते हैं और अंतिम दिन महिलाओं के नहाने की परंपरा है। तिब्बती परिवार घरों की साफ-सफाई कर आकर्षक ढंग से सजाते हैं। इस उपलक्ष्य में तिब्बती समुदाय के लोग पारंपरिक पोशाक पहनकर एक-दूसरे से मिलते हैं और बधाइयां देते हैं। उत्सव के दौरान मांस का सेवन वर्जित रहता है।
क्या है लोसर
लोसर बौद्ध धर्म में एक त्योहार है और इसे तिब्बती समुदाय के लोग नववर्ष की शुरुआत के रूप में मनाते हैं। तिब्बतियों के लूनर कैलेंडर के अनुसार पांच मार्च से उनका नववर्ष शुरू हो गया है।
क्या होता है तीन दिन
पहले दिन घरों में पूजा की जाती है। दूसरे दिन समुदाय के लोग घरों से बाहर निकलकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं। तीसरे दिन भी यही परंपरा निभाई जाती है। हालांकि पहले 15 से एक माह तक नववर्ष मनाया जाता था, लेकिन अब तीन दिन ही पूजा-अर्चना होती है। इन तीन दिनों के दौरान समुदाय का कोई भी व्यक्ति पैसे खर्च नहीं करता है।