THE NEWS WARRIOR
26/02/2022
जल्दबाजी में है सरकार
आप बोलें तो गीता का उपदेश, हम बोलें तो मजाक है
व्यवहार में शालीनता का होना ज़रूरी
शिमला:-
हिमाचल के चालू वित्त वर्ष का बजट 2229.94 करोड़ रुपए और बढ़ गया। इस अनुपूरक बजट को पारित करने का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रस्ताव रखा तो विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। विपक्ष के विरोध के बीच इसे शनिवार को पारित कर दिया गया।
बिल गुचचुप तरीके से पारित करना चाह रही सरकार
किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि हमें बिल का दस्तावेज अभी मिला है। गुचचुप तरीके से सरकार पारित करना चाह रही है। सरकार जल्दबाजी में है। नियमों के तहत बिल 24 घंटे पहले हमारे पास आना चाहिए। क्या हम सुपर कम्पयूटर हैं। इसे एकदम पढ़ लेंगे। ये जल्दबाजी है।उन्होंने कहा कि कम से कम एक दिन का समय देते। राजस्व व्यय ज्यादा, पूंजीगत व्यय कम है। पूंजीगत व्यय से आधारभूत ढांचा बनाया जाता है। 2000 करोड़ रुपये फिजूलखर्ची में गए। बिजली बोर्ड और एचआरटीसी में व्यापक भ्रष्टाचार है। बोर्डों-निगमों में चेयरमैन, वाइस चेयरमैन की फौज खड़ी कर दी है। वाइस चेयरमैन बनाने की क्या ज़रूरत है, विधायकों को ही वाइस चेयरमैन बना देते।
मुख्यमंत्री ने बताया मजाक
एस मोके पर स्पीकर ने कहा कि सदस्यों को जानकारी दिए बगैर ही इस तरह के बिल पेश किए जा सकते हैं। भाजपा सबका विकास नहीं, सबका विनाश कर के सत्ता से जाना चाह रही हैं। जहां मुख्यमंत्री ने इसे मजाक बताया तो वहीं जगत सिंह नेगी बोले कि आप बोलें तो गीता का उपदेश और हम बोलें तो मजाक है। माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि वित्तीय विधेयक पर चर्चा के लिए सरकार को वक्त देना चाहिए था, जो नहीं किया गया।
मुकेश अग्निहोत्री ने विधायक अनिरुद्ध सिंह से दुर्व्यवहार का मामला उठाया
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही में प्रश्नकाल से पहले नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह से दुर्व्यवहार का मामला उठाया। मुकेश अग्निहोत्री ने पुलिस सब इंस्पेक्टर को विधायक से दुर्व्यवहार पर निलंबित करने की बात की। उन्होनें विधानसभा अध्यक्ष से विशेषाधिकार की शिकायत पर कार्रवाई करने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा व्यवहार में शालीनता का होना ज़रूरी
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सब इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है और अधिकारियों को जांच के आदेश भी दिए हैं। 22 तारीख को यह घटना हुई हैं, विधायक ने शिकायत करने में देरी की। उन्होनें कहा कि चुने हुए व्यक्ति को किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार की अनुमति नहीं होगी, चाहे पुलिस अधिकारी हो या कोई और, व्यवहार में शालीनता का होना ज़रूरी है।
विशेषाधिकार की शिकायत प्रिविलेज कमेटी को रेफर
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कई बार ट्रैफिक जाम वगैरह को नियंत्रित करते हुए भी पुलिस कर्मी व्यवहार बदल सकते हैं पर शालीनता ज़रूरी है। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि विशेषाधिकार की शिकायत प्रिविलेज कमेटी को रेफर की जा रही है। प्रधान सचिव गृह को भी कार्रवाई को मामला भेजा गया है।