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31 मार्च 2023
बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश का ऐतिहासिक शक्तिपीठ श्री नयनादेवी जी गर्भगृह से लेकर ऊपर गुंबद और अब बाहर से भी सोने से चमकता व दमकता जल्द नजर आएगा । इसके लिए निर्माण कार्य जोरों पर है । लगभग 16 करोड़ रुपए मंदिर की इस स्वर्ण सजावट के ऊपर खर्च किए जा रहे हैं । इसमें लगभग 5 किलो 500 ग्राम सोना और 596 तांबा किलोग्राम लगाया गया है।
गुजरात और राजस्थान के कारगीर कर रहे कारीगरी
गुंबद पर सोना लगाने के 16 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस राशि को दिल्ली के एक व्यवसायी गुप्त दान कर रहे हैं। इस काम को करने के लिए गुजरात और राजस्थान के कारगीर बुलाए गए हैं। कारीगर अभी गुंबद लगाई जाने वाली तांबे और सोने के मिश्रण की प्लेट तैयार कर रहे हैं। इन प्लेट पर नक्काशी भी की जा रही है। प्लेट तैयार होने के बाद उन्हें गुंबद पर लगाने का कार्य किया जाएगा।
मंदिर न्यास की देख-रेख में हो रहा कार्य
अपनी मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु माता के दरबार में सोना चांदी चढ़ाते हैं । माता के गर्भगृह के अंदर लगभग 3 किलो सोना तांबे के ऊपर लुधियाना की समाजसेवी संस्था द्वारा लगाया लगाया है जबकि मंदिर के गर्भगृह में लगा 19 किलो 500 ग्राम का चांदी का बड़ा छत्र रोपड़ की समाजसेवी संस्था द्वारा लगाया गया है । मंदिर न्यास के अध्यक्ष धर्मपाल ने बताया कि मंदिर न्यास की देखरेख में यह कार्य हो रहा है। माताजी के मंदिर में समय-समय पर विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं द्वारा स्वर्ण का कार्य करवाया गया है।