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26 जुलाई 2023
घुमारवीं : केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं में बुधवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 की तीसरी वर्षगांठ पर केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर के प्राचार्य सुनील चौहान ने प्रेस वार्ता की । इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई । इस दौरान उन्होंने केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय के उद्देश्य एवं कार्य प्रणाली पर प्रकाश डाला।
छात्रों को दो बार बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति
उन्होंने कहा कि अंतिम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 में बनाई गई थी जिसमें वर्ष 1992 में संशोधन किया गया था। वर्तमान नीति 29 जुलाई 2020 को घोषित की गई थी। उन्होंने बताया कि इसमें पाठ्येतर और पाठ्यचर्या विषयों और शैक्षणिक, व्यावसायिक या कलात्मक विषयों के बीच बहुत अंतर नहीं होगा। इसमें मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान का महत्व बढ़ाया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के अनुसार छात्रों को राज्य की आधिकारिक भाषा में अध्ययन करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। छात्रों को दो बार बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति प्रदान की जाएगी। देश के सकल घरेलू उत्पाद के 1.7% के बजाय, सरकार शिक्षा के लिए 6% आवंटित करेगी।
अंडरग्रेजुएट कोर्स चलेगा चार साल
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुसार सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करेगी कि प्रतिभाशाली बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत पूर्व के 10+2 शिक्षा पैटर्न को नए 5+3+3+4 पैटर्न से बदल दिया जाएगा। अंडरग्रेजुएट कोर्स चार साल चलेगा।
मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय का नाम परिवर्तित
शिक्षक के पद के आवेदकों को 4 साल का एकीकृत बी.एड कोर्स पूरा करना होगा। शास्त्रीय भाषाओं व साहित्य से संबंधित पाठ्यक्रमों को सरकार द्वारा स्कूलों में संचालित किया जाएगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत वर्ष 2030 तक सकल नामांकन अनुपात को 100% लाने का लक्ष्य रखा गया है। नई शिक्षा नीति की घोषणा के साथ ही मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय का नाम परिवर्तित कर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है।
450 बाल वाटिकाएं शुरू की जा रही हैं इस वर्ष
सुनील चौहान ने बताया कि इस वर्ष भारत के 450 केंद्रीय विद्यालयों में बाल वाटिकाएं शुरू की जा रही हैं तथा चरणबद्ध तरीके से सभी केंद्रीय विद्यालयों में शुरु कर दी जाएंगी।
यह सभी लोग रहे उपस्थित
इस दौरान जवाहर नवोदय विद्यालय कोठीपुरा के प्राचार्य श्री एस.सी. जोशी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घुमारवीं के प्राचार्य अश्वनी कुमार, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घुमारवीं के प्राचार्य परमजीत शर्मा, खंड शिक्षा प्रसार अधिकारी निर्मला देवी तथा बाल विकास परियोजना अधिकारी घुमारवीं रंजना शर्मा उपस्थित रहे।