THE NEWS WARRIOR
11 /08 /2022
मल्टी टास्क वर्कर की नियुक्ति के लिए जो नियम निर्धारित किए हैं वे सरासर गलत
बिलासपुर:
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य डॉ. दलीप धीमान ने आरोप लगाया है कि एम्स कोठीपुरा में भरे जाने वाले मल्टी टास्क वर्कर की नियुक्ति के लिए जो नियम निर्धारित किए हैं वे सरासर गलत हैं । इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्दीय स्वस्थ्य मंत्री के अलावा मुख्यमंत्री से इस बारे आग्रह किया जाएगी उक्त नियमों को वापस लिया जाए अन्यथा इस अन्याय के खिलाफ कांग्रेस को संघर्ष की रहा लेनी पड़ेगी ।
स्वस्थ्य सेवाओं का एक वर्ष का होना चाहिए अनुभव
डॉ. दलीप ने कहा कि एम्स कोठीपुरा में मल्टी टास्क वर्कर के पदों के लिए जो आवेदन मांगे हैं । उसमें यह शर्त रखी है कि उपरोक्त पदों के लिए स्वस्थ्य सेवाओं का एक वर्ष का अनुभव होना चाहिए । उनमें यह भी स्पष्ठ किया गया है कि स्वास्थ्य सेवाओं के अनुभव प्रमाण पत्र ऐसे स्वास्थ्य संस्थान का होना चाहिए, जिन संस्थानों में बिस्तरों की संख्या 100 रही हो ।
डॉ. धीमान ने कहा कि हिमाचल में अभी तक ऐसा कोई निजी अस्पताल नहीं है जिसमें 100 बिस्तरों की सुविधा
हो । इसलिए इच्छुक उम्मीदवार पैसे देकर बाहर से फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लाकर साक्षात्कार देंगे यह फिर पीछे हट जाएंगे ।
बेरोजगार युवा रोजगार से रह जाएंगे बंचित
इससे वे बेरोजगार युवा रोजगार से बंचित रहे जाएंगे । जिन्हें अपने जीवन यापन के लिए छोटे मोटे रोजगार की जरूरत है । उन्होंने कहा कि जब आम आदमी को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार गंभीर नहीं है तो नियुक्तियों के लिए इस तरह के नियम नियम बनाए जाते हैं और फिर अपने चेहतों को रेवड़ियों की तरह रोजगार बांटे जाएंगे ।
उन्होंने कहा कि विशेषकर चतुर्थ श्रेणी के पदों की नियुक्तियों के लिए ऐसी शर्तें रखी जा रही है जो उचित नहीं है । उन्होंने कहा कि जब किसी बेरोजगार की नियुक्ति हो जाएगी तब उसे रोज रूटीन में काम करना पड़ेगा । इस तरह वह काम सीख जाएगा ।
केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जबर्दश्त गुस्सा
कांग्रेसी नेता ने कहा कि सरकार प्रदेश में स्थापित होने वाले संस्थानों में प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार उपलब्ध करवाने की बात करती है लेकिन वास्तव में ऐसा हो नहीं रहा है । उन्होंने कहा कि वे इस बारे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भी लिखेंगे । इसलिए बेरोजगारों में केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जबर्दश्त गुस्सा है । यह गुस्सा आगामी विधानसभा चुनावों में झलक जाएगा ।
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