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07 /11 /2022
इससे पहले रामपुर में एक मां-बेटी की मौत हुई थी
शिमला:
शिमला के सुन्नी गांव में रंगड़ों के काटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जिला शिमला में रंगड़ों के काटने से मौत का यह तीसरा मामला सामने आया है। इससे पहले रामपुर में एक मां-बेटी की मौत हुई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, सुन्नी के रहने वाले मनोज कुमार ने पुलिस को बयान दिया। शाम करीब 7 उनके पिता हेतराम अपने खेतों में झाड़ियों की सफाई कर रहे थे। इस दौरान रंगड़ों ने उन पर हमला किया और उन्हें जगह-जगह काटा। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए CHC जलोग ले जाया गया। यहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों को सौंपा शव
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है कि हेतराम की मौत रंगड़ों के काटने से हुई है।
रंगड़ झुंडों में करते हैं हमला
रंगड़ हमेशा झुंडों में हमला करते हैं। ज्यादातर मामलों में रंगड़ व्यक्ति के गले और चेहरे पर डंक मारते हैं। IGMC के मेडिसन विशेषज्ञ डॉ. उशेंद्र शर्मा का कहना है कि रंगड़ काफी खतरनाक होते हैं और रंगड़ मधुमक्खी प्रजाति के होते हैं।
उनका कहना है कि एक या 2 रंगड़ों के काटने से ज्यादा हानि नहीं होती, लेकिन जब रंगड़ झुंडों में हमला करते हैं तो ज्यादा खतरनाक होते हैं। चेहरे पर काटते ही टॉक्सिन बना देते हैं, जो जानलेवा होते हैं।
रामपुर में हुई थी मां-बेटी की मौत
रामपुर में बीते दिनों रंगड़ों के हमले से मां-बेटी की मौत हो गई थी। IGMC शिमला में हर साल 1 से 2 मामले ऐसे आते हैं, जिनकी मौत रंगड़ के काटने से होती है। ऐसे में अभी तक रंगड़ के काटने से यह तीसरा मामला सुन्नी में सामने आया है।
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