जिंदगी की जंग लड़ रहें वनरक्षक राजेश कुमार ने पीजीआई में तोड़ा दम

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24/05/2022

20 मई को जंगल में लगी आग को बुझाते हुए  झुलसा था 90 प्रतिशत शरीर 

राजेश इसी साल जनवरी में वनरक्षक के पद के लिए हुए थे चयनित

ऊना:-

हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के उपमंडल बंगाणा की सैली बीट में जंगल की आग बुझाते हुए झुलसे 49 वर्षीय वनरक्षक राजेश कुमार देर रात पीजीआई चंडीगढ़ में जिंदगी की जंग से हार गए। वनसंपदा को बचाने के लिए जान जोखिम में डालने से राजेश 90 प्रतिशत तक झुलस गया था। राजेश ने पीजीआई में दम तोड़ दिया। उनके निधन की जानकारी वन मंडल अधिकारी मृत्युंजय माधव ने दी।

20 मई को जंगल में लगी आग को बुझाते हुआ हादसा 

राजेश 20 मई शुक्रवार सुबह वन कर्मचारियों के साथ सैली बीट के जंगल में लगी आग को बुझाने में लगे हुए थे। शाम तक जंगल में लगी आग पर लगभग काबू पा लिया गया था, लेकिन तूफान चलने से आग की लपटें अचानक तेज हो गई और राजेश कुमार आग की चपेट में आ गए और बुरी तरह झुलस गए।

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गंभीर हालत में उन्हें ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया था। इस दौरान उसका परिवार और वन विभाग की टीम भी अस्पताल में मौजूद रही। रविवार को उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने पीजीआई के निदेशक से बातचीत करके राजेश को आइसीयू में शिफ्ट करवाया था।

वन्य जीव प्रेमी थे राजेश

ऊना के गांव बदोली के रहने वाले राजेश इसी साल जनवरी में वनरक्षक के पद के लिए चयनित हुए थे। इससे पहले वह विभाग में 15 वर्ष तक डिस्पैचर के पद पर रहे। मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले राजेश के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैैं। राजेश वन्य जीव प्रेमी भी थे और इस साल फायर सीजन में उन्होंने कई जीव-जंतुओं की जान बचाई थी।

 

 

 

 

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