the news warrior
2 फरवरी 2023
शिमला : हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना काल के दौरान लोगों पर दर्ज उन मामलों को वापिस लेने का फैसला लिया है जो महामारी से जुड़े विभिन्न नियमों व दिशानिर्देशों की अवहेलनाओं के दृष्टिगत दायर किए गए थे।
मजबूरी के चलते किया नियमों का उल्लंघन
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवीय संवेदनाओं के साथ करुणा भाव शासन का अभिन्न अंग है। कोरोना महामारी से त्रस्त बहुत से लोगों पर नियमों के उल्लंघन के मामले दर्ज किए गए थे। इसमें कुछ लोग मजबूरी के चलते बाजार का रुख कर रहे थे जिसमें कुछ रोजगार की तलाश ,कुछ परिवार के लिए राशन व दवाई का इंतजाम के लिए । सामाजिक व पारिवारिक सरोकारों के निर्वहन में आपराधिक प्रवृत्ति नहीं होती। कोरोना काल में जिन लोगों ने विभिन्न नियमों व दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया वे साधारण लोग थे। उनके क्रियाकलापों में आपराधिक प्रवृत्ति का बोध नहीं था।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ऐसे लोगों को राहत प्रदान करने के लिए ही प्रदेश सरकार ने कोरोना दिशा-निर्देशों की अवहेलना के लिए दर्ज मामले तुरंत प्रभाव से वापिस लेने का निर्णय लिया है। इससे इन लोगों को मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलेगी और वह अपने कार्य और ऊर्जा व दक्षता से करने में सक्षम होंगे। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार का यह फैसला राजनीतिक नहीं, बल्कि उनका दायित्व होने के साथ-साथ मानवीय सरोकार भी है।