आपदा प्रबंधन विभाग ने सोमवार को आगामी 24 घंटे के लिए प्रदेश में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। इस हिमस्खलन में जोखिम का स्तर एक से तीन तक रहेगा। इनमें कुल्लू में सर्वाधिक पांच जगहें चिह्नित की गई हैं। इनमें कैलथ, नेहरू कुंड-कुलांग-पलचान-कोठी, अटल टनल नोर्थ पोर्टल-सिशु-टंडी, सोलंग-धुंडी-ब्यास कुंड, एमएसपी10-साउथ पोर्टल रोहतांग टनल, खनाग-जलोड़ी पास के क्षेत्र शामिल हैं। इसी तरह लाहुल-स्पीति में तांदी-केलांग-दरचा, दरचा-पातसियो-जिंगजिंगबार, जिंगजिंगबर-बारालाचा-केलांग-सराई-सरचू, सरचू-लाचुलंग-लापंग क्षेत्र में हिमस्खलन की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा चंबा जिला में उदयपुर-सौर-चाऊ, चाऊ-पिंदरू-थमोह-किलाड़, किलाड़-गांगिट-भरवास, किलाड़-गहर-दुनेई-पांगी, गहर-दुनेई-कालावन-रानीकोट, हड़सर और मणिमहेश के पैदल मार्ग में, किन्नौर के कोकसर-छतलू-बाटला-लोसर-काजा, काजा-तबू-सुमदो-पूह-कल्पा, कल्पा-कड़छम-सांगला-रकचलाम-चितकुल, शिमला जिला के नारकंडा-ठियोग में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है।
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी चेतावनी में लोगों को इन क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है। हिमस्खलन की यह चेतावनी ताजा हिमपात के बाद बनी स्थिति को देखते हुए दी गई है। इस संबंध में आपदा प्रबंधन विभाग के निदेश सुदेश मोख्टा ने कहा कि इन क्षेत्रों में जाना जोखिम भरा हो सकता है। यह चेतावनी आगामी 24 घंटे के लिए है। इस दौरान इन क्षेत्रों में बर्फ पिघल कर नीचे गिर सकती है और यह क्रम हिमस्खलन का रूप ले सकता है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी आह्वान किया है कि इन क्षेत्रों की निगरानी बढ़ाई जाए, ताकि लोग इन क्षेत्रों में बेवजह न जा सकें।