The News Warrior
बिलासपुर, 10 अगस्त, 2023: जिला मुख्यालय पर एटक, एइंटक एवं सीटू से संबंधित श्रम संगठनों ने बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी एवं श्रम कानूनों की अनदेखी सहित अन्य मसलों को लेकर रोष रैली निकाली। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। श्रम संगठनों ने संयुक्त से स्थानीय शहर के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर से बस स्टंैड, चंपा पार्क, मेन मार्केट, चेतना चौक व शहीद स्मारक से होते हुए उपायुक्त कार्यालय परिसर तक रोष रैली निकाली एवं धरना प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर एटक के राज्य महासचिव प्रवेश चंदेल, इंटक के जिला अध्यक्ष रूप सिंह ठाकुर, इंटक महासचिव जगतार सिंह बैंस, रमेश सांडियार, चैन सिंह सुमन, कामरेड विजय शर्मा, सीटू नेता कामरेड लखनपाल शर्मा सहित अन्य नेताओं ने कहा कि श्रम संगठनों की संयुक्त फोर्म द्वारा हर वर्ष नौ अगस्त को पूरे देश में धरना प्रदर्शन किया जाता है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लगातार अंग्रेजों की तरह की नीतियां अपनाते हुए देश में श्रमिकोंं को धर्म व संप्रदायों के बीचबांटने का प्रयास कर रही हैं। ताकि लोगों को ध्यान भटकाया जा सके। पूरे देश न तो मजदूरों को मनरेगा का काम नहीं दिया जा रहा हैं। सामाजिक कल्याण बोर्र्डो को कमजोर किया जा रहा है। बल्कि देश की सार्वजनिक संपतियों को चहेतों को बेेचा जा रहा है। इस अवसर पर सीटू महासचिव प्रेम गौतम ने कहा कि मोदी सरकार ने श्रमिकों से जुड़े 40 कानूनों को समाप्त करने का प्रयास किया है। देश की सार्वजनिक संपतियों को बेचने का काम शुरू किया है। वहीं, इंटक महासचिव जगतार सिंह बैंस ने केेंद्र सरकार से समाप्त किए गए 40 कानूनों को लागू करने की मांग की है।अन्यथा श्रमिक वर्ग 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों मेें मोदी सरकार को सता से बाहर उखाड फैेकेंगी। उन्होंने प्रदेश सरकार से 23 फरवरी 2023 को जारी अधिसूचना को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अब हालात सहन से बाहर होते जा रहे हैं।
बढ़ती हुई कीमतों पर तत्काल लगाया जाए अंकुश
इन नेताओंं ने इसके अलावा सरकार से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि को रोकने के लिए तत्काल उपाय करने और न्यूनतम वेतन के रूप में 20,000 तय करने, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के निजीकरण के अभियान को छोडऩा और श्रम कानून में संशोधन को रद्द सहित अन्य मांगों पर गौर करने की मांग की है। इस अवसर एटक एइंटक एवं सीटू ने संयुक्त रूप से उपायुक्त के माध्यम से राष्टरपति एवं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खु को ज्ञापन प्रेषित किया।