the news warrior
10 जनवरी 2023
शिमला : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में फर्जी डिग्री तैयार कर नौकरी हासिल करने का एक और मामला सामने आया है |इस बार मामला MBBS में एडमिशन का नहीं बल्कि पोस्ट ऑफिस में नौकरी लेने का है| शिमला पोस्ट ऑफिस के सुपरिटेंडेंट विकास नेगी ने पुलिस को शिकायत में बताया कि शिमला पोस्टल डिविजन के तहत देवनगर शाखा में ग्रामीण डाक सेवक शाखा पोस्ट मास्टर के चयन के लिए उम्मीदवारों के इंटरव्यू हुए थे | इस दौरान एक उम्मीदवार जिसका नाम मनीष कुमार है, उसका चयन देवनगर शाखा में ग्रामीण डाक सेवक शाखा पोस्ट मास्टर के पद पर हुआ था | उसने गत 9 सितंबर, 2022 को अपने पद पर ग्रहण किया था | शिकायतकर्ता विकास नेगी ने बताया कि उक्त व्यक्ति का मैट्रिक सर्टिफिकेट जांच के लिए निदेशक झारखंड एकेडमिक काउंसिल ज्ञानदीप कैंपस भेजा गया। वहां पर जांच के दौरान उसका सर्टिफिकेट फर्जी निकला| फिलहाल आरोपी व्यक्ति को निलंबित कर दिया गया है |
उक्त आरोपी सरकाघाट जिला मंडी का रहने वाला है| सुपरिंटेंडेंट विकास नेगी की शिकायत पर पुलिस ने थाना सदर में आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज कर लिया है| पुलिस आज इस मामले का पूरा रिकॉर्ड कब्जे में लेगी | इसके बाद आगामी कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी|
गौर हो कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश में नीट परिणाम में गड़बड़ी कर एमबीबीएस में दाखिला लेने के दो मामले सामने चुके हैं| पहले मामले में बिलासपुर जिला के घुमारवीं के रहने वाले छात्र ने फर्जी दस्तावेज से आईजीएमसी शिमला में एमबीबीएस में एडमिशन ले ली थी | वहीं दूसरा मामला चंबा मेडिकल कॉलेज में सामने आया जहां नीट की मार्कशीट में टेंपरिंग कर 300 नंबर के 530 बनाकर कांगड़ा के नूरपुर की छात्रा ने मेडिकल कॉलेज चंबा में एमबीबीएस की सीट पर दाखिला ले लिया था | दोनों आरोपी पकड़े गए और आगामी कार्रवाही अम्ल में लाई जा रही है |