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बिलासपुर जिला में अब 15 मिनट में आएगी कोरोना की रिपोर्ट
THE NEWS WARRIOR
बिलासपुर 10 सितम्बर :-
अब बिलासपुर जिला में कोरोना की जाचं नई टेक्निक से होगी कोरोना की रिपोर्ट के लिए मरीज को अब लम्बा इंतजार नहीं करना पड़ेगा अब रिपोर्ट 15 से 30 मिनट तक सभी मरीजों की रिपोर्ट आ जाया करेगी !
बिलासपुर जिला में गुरुवार से Covid -19 वायरस की जांच रैपिड एंटीजन टैस्टिंग प्रणाली से शुरू कर दी है । यह टेस्टिंग प्रणाली कोरोना बीमारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत काम आएगी तथा भविष्य में इसमें बदलाव लाएगी।
क्या है रैपिड एंटीजन टेस्ट किट और कैसे काम करती है पढ़ें
रैपिड एंटीजन टेस्ट किट इस जांच में टेस्ट के लिए नाक में एक पतली सी नली से सैंपल लिया जाता है नाक से
लिए गए उस लिक्विड को टेस्ट किट में डाला जाता है और यह किट थोड़ी देर ही
देर में बता देता है कि जिस का सैंपल डाला गया है वह करोना वायरस से
संक्रमित है या नहीं। यह इस तरह की होती है जैसे प्रेगनेंसी टेस्ट किट
होती है। सैंपल लिक्विड डालने के बाद दो रेड लाइन आती है तो इसका मतलब है
कि व्यक्ति कोरोना पाॅजिटीव होता है। एक लाइन आती है तो करोना नेगेटिव
है फिर भी नेगेटिव वाले लोगों में अगर फ्लू संबंधी लक्षण हो तो उन्हें
दूसरा आईटी -पीसीआर टेस्ट करवाना जरूरी होता है। इस रैपिड एंटीजन टेस्ट
की रिपोर्ट के लिए मरीज को अब 1 से 2 दिन का इंतजार नहीं करना पड़ता इसकी
रिपोर्ट मात्र 15 से 30 मिनट में आ जाती है1 सैंपल व रैपिड एंटीजन टेस्ट
केवल प्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा ही लिए जाते हैं जिसने इसकी ट्रेनिंग कर
रखी है 1सैंपल लेने के दौरान उन सभी लोगों को जिनको फ्लू संबंधी लक्षण है
को स्वीकृति पत्र देना होगा कि जब तक सैंपल की रिपोर्ट नहीं आती तब तक
वे समुदाय में नहीं जाएंगे तथा होम क्वॉरेंटाइन में रहेंगे। अगर कोई इसकी
अवहेलना करता है तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है। रैपिड एंटीजन टेस्ट
सरकार की तरफ से अभी कंटेनमेंट जोन मे क्ररोना संकर्मित व्यक्ति के
कांटेक्ट में आए हुए लोगों के लिए जिनको फ्लू संबंधी लक्षण पाए जाते हैं
या बिना लक्षण के लोग जिनमें कोमोरबिडिटी जैसे सांस की दिक्कत, हृदय
संबंधी रोग यकृत संबंधी रोग गुर्दे संबंधी रोग, शुगर, कैंसर आदि से
ग्रसित लोग और हेल्थ के फ्रंटलाइन वारियर्स जिनको कोरोना वायरस संक्रमण
होने की संभावना रहती है, के लिए ही इजाजत दी गई है।
लिए गए उस लिक्विड को टेस्ट किट में डाला जाता है और यह किट थोड़ी देर ही
देर में बता देता है कि जिस का सैंपल डाला गया है वह करोना वायरस से
संक्रमित है या नहीं। यह इस तरह की होती है जैसे प्रेगनेंसी टेस्ट किट
होती है। सैंपल लिक्विड डालने के बाद दो रेड लाइन आती है तो इसका मतलब है
कि व्यक्ति कोरोना पाॅजिटीव होता है। एक लाइन आती है तो करोना नेगेटिव
है फिर भी नेगेटिव वाले लोगों में अगर फ्लू संबंधी लक्षण हो तो उन्हें
दूसरा आईटी -पीसीआर टेस्ट करवाना जरूरी होता है। इस रैपिड एंटीजन टेस्ट
की रिपोर्ट के लिए मरीज को अब 1 से 2 दिन का इंतजार नहीं करना पड़ता इसकी
रिपोर्ट मात्र 15 से 30 मिनट में आ जाती है1 सैंपल व रैपिड एंटीजन टेस्ट
केवल प्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा ही लिए जाते हैं जिसने इसकी ट्रेनिंग कर
रखी है 1सैंपल लेने के दौरान उन सभी लोगों को जिनको फ्लू संबंधी लक्षण है
को स्वीकृति पत्र देना होगा कि जब तक सैंपल की रिपोर्ट नहीं आती तब तक
वे समुदाय में नहीं जाएंगे तथा होम क्वॉरेंटाइन में रहेंगे। अगर कोई इसकी
अवहेलना करता है तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है। रैपिड एंटीजन टेस्ट
सरकार की तरफ से अभी कंटेनमेंट जोन मे क्ररोना संकर्मित व्यक्ति के
कांटेक्ट में आए हुए लोगों के लिए जिनको फ्लू संबंधी लक्षण पाए जाते हैं
या बिना लक्षण के लोग जिनमें कोमोरबिडिटी जैसे सांस की दिक्कत, हृदय
संबंधी रोग यकृत संबंधी रोग गुर्दे संबंधी रोग, शुगर, कैंसर आदि से
ग्रसित लोग और हेल्थ के फ्रंटलाइन वारियर्स जिनको कोरोना वायरस संक्रमण
होने की संभावना रहती है, के लिए ही इजाजत दी गई है।