चम्बा में नहीं थम रहा हादसों का दौर, हादसों को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन ने अब तक नहीं की कोई ठोस पहल

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29/04/2022

चंबा की सड़कों पर मौत का खूनी खेल जारी

आए दिन हो रहें हादसे

फौरी राहत देकर कर्तव्‍य से इतिश्री कर रहा विभाग

चंबा:-

Road Accidents in Chamba:-

चंबा जिला की सड़कों पर मौत का खूनी खेल बदस्तूर जारी है। बीते दिनों सडक हादसों का यह क्रम लगातार जारी हैं। आए दिन कोई न कोई  हादसा देखने को मिलता हैं। मगर जिला प्रशासन हर हादसे में अपनों को गंवाने वालों के जख्मों पर फौरी राहत देकर मरहम लगाकर अपने कर्तव्य ख़त्म कर रहा है लेकिन हादसों को रोकने को लेकर सरकार व प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस पहल नहीं हो पाई है। हर हादसे के बाद जांच की बात कही जाती है लेकिन जांच में क्या परिणाम आया, इसका कभी खुलासा नहीं हो पाया है, इस कारण जिला की सड़कें इंसानी खून से सन रही हैं।भले ही इन हादसों में अधिकतर हादसे मानवीय भूल के कारण हुए हों।

हादसों में अधिकतर कार, पिकअप व बस हादसे हुए हैं। इनमें से बस हादसों में अधिक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। इसके बाद पिकअप, कार व बाइक दुर्घटनाओं में भी लोगों की जान गई है। ये हादसे इन परिवारों को कभी न भूलने वाले जख्म दे गए हैं।

एक ही दिन में हुए तीन हादसे

चंबा में वीरवार को एक ही दिन में  तीन हादसे हुए। पहले हादसे में कार के खाई में गिरने से पांच लोग घायल हुए हैं, जबकि दूसरे हादसे में स्‍कूल से बच्‍चों को घर ले जा रही जीप दुर्घटनाग्रस्‍त हुई है। वहीं तीसरे मामले में एक पिकअप के दुर्घटनाग्रस्‍त होने से एक की मौत हो गई है।

अप्रैल में 15 दिनों में 13 लोगों ने गवाई  जान 

15 दिन के भीतर चंबा में हुए छह हादसों ने 13 लोगों की जान ले ली। छह लोगों को गहरे जख्म मिले हैं।

ये हुए बड़े हादसे

चंबा जिला में अब तक सबसे बड़ा हादसा चंबा-गागला मार्ग पर अगस्त, 2012 में हुआ था, जिसमें 53 लोगों की मौत हो गई थी। सलूणी के चकोली पुल के पास कैंटर के नाले में गिरने से 45 लोगों की मौत हुई थी। खैरी कस्बे में चार वर्ष पहले शिवरात्रि की रात एक कैंटर के गिरने से 36 लोग काल का ग्रास बने थे। तीसा के कल्हेल में बस गिरने से 32, चरड़ा में निजी बस गिरने से 19 लोग और शिकारी मोड़ के पास बस गिरने से 16 लोगों की मौत हुई थी। भरमौर के लाहल में हुए बस हादसे में 45 और गरोला में निजी बस के गिरने से 19 लोगों की मौत हुई थी। हिमगिरि मार्ग पर निजी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से 17 लोगों की मौत हुई थी। अथेड़ मार्ग पर पिकअप लुढ़कने से दस युवकों की मौत हो गई थी। भरमौर के बन्नी माता मार्ग पर पिकअप गिरने से 11 युवक मारे गए थे। इसके अलावा अनेक ऐसे सड़क हादसे विभिन्न संपर्क मार्गो पर हुए हैं।

सड़कें की जा रहीं चौड़ी

लोक निर्माण विभाग, अधीक्षण अभियंता, चंबा के दीवाकर पठानिया ने कहा की चंबा में तंग सड़कों व तीखे मोड़ को चौड़ा करने का जिलेभर में कार्य चल रहा है। काफी हद तक सड़कों को चौड़ा भी कर दिया है जहां पर सड़कें तंग हैं, वहां पर उन्हें चौड़ा करने का कार्य किया जा रहा है।

वहीं एसपी चंबा विनोद कुमार धीमान ने कहा की जिला में हुए अधिकतर हादसों में मानवीय भूल सामने आती है। हादसा होने पर पुलिस की ओर से तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया जाता है। इसमें अधिक से अधिक लोगों की जान बचाने की कोशिश रहती है।

 

 

 

 

 

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