आसमान छू रहे हैं टमाटर समेत सब्जियों के दाम, जनता परेशान
शिमला – दिन प्रतिदिन फल और सब्जियों के बढ़ते दाम जनता के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं बढ़ती महंगाई से जनता का हाल बेहाल है टमाटर के बढ़े दामों में अब खाने के समाज को फीका कर दिया है। जहां सितंबर महीने के अंत में टमाटर के दाम ₹30 प्रति किलो थे वहीं अक्टूबर में यह दाम ₹50 प्रति किलो पहुंच गए हैं थे लेकिन अब नवंबर महीने में टमाटर के दाम ₹80 से ₹100 प्रति किलो तक पहुंच गए हैं।
इसके साथ-साथ अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं मटर 100, शिमला मिर्च, फ्रांसबीन, करेला 60 और भिड़ी के दाम 50 रुपए के आंकड़े को पार कर चुके हैं। रोजमर्रा प्रयोग में लाई जाने वाली खाद्य वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी से आम जनता पहले से काफी अधिक रूप में दिख रही है व्यापारियों का मानना है कि बाहरी राज्यों में टमाटर की डिमांड अधिक और खेप कम पहुंचने के कारण दामों में वृद्धि हुई है वही अब उम्मीद लगाई जा रही है कि दिसंबर महीने की शुरुआत में हरियाणा गुजरात में टमाटर की नई फसल बाजार में आएगी जिससे दामों में कमी आ सकती है
दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही महंगाई ने आम जनता का हाल बेहाल कर दिया है। टमाटर के बड़े दामों ने खाने के स्वाद को फीका कर दिया है। महंगा होने के कारण गृहणियां टमाटर की कम मात्रा में खरीदारी कर रही हैं। सितंबर के अंत में टमाटर के दाम 30 रुपये प्रतिकिलो थे। अक्तूबर में 50 रुपये किलो बिका। अब टमाटर के दाम 80 से 100 रुपये किलो तक पहुंच गए है। वहीं, मटर 100, शिमला मिर्च, फ्रांसबीन, करेला 60 और भिड़ी के दाम 50 के पार हुए हैं। रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली खाद्य वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी से आम जनता में पहले से ही काफी रोष है। ऐसे में टमाटर की लगातार बढ़ रही कीमतों ने आम आदमी को रूला दिया है। बाहरी राज्य से भी टमाटर की खेप डिमांड के मुताबिक कम पहुंच रही है। इसके दामों पर असर पड़ा है। उम्मीद लगायी जा रही है की नवंबर महीने के अंत तक हरियाणा, गुजरात से टमाटर की नई फसल बाजार में आएगी। इससे दामों में कमी होने के आसार हैं