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19 जून 2023
शिमला : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने सोमवार को एक बयान जारी किया है । उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग में हुई भर्तियों में बहुत बड़ी धांधलियां हुई हैं ।
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जेबीटी टैट होना चाहिए क्लियर
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 आर एंड पी नियम के बाद हिमाचल प्रदेश में जेबीटी भर्तियां कमीशन व बैचबाइस आधार पर होती है। साथ ही एनसीटीई के नियमों के अनुसार आपके पास राज्य सरकार द्वारा करवाया गया जेबीटी टैट क्लियर होना चाहिए । एनसीटीई 2010 के नियमों के अनुसार 1-5 कक्षा तक पढ़ाने के लिए अभ्यर्थियों के पास राज्य सरकार द्वारा करवाया गया टैट होना भी अनिवार्य है।
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काउंसलिंग में अयोग्य अभ्यर्थी का चयन सूची में नाम
उन्होंने बताया कि एक ऐसे अभ्यर्थी का नाम भी अंतिम परिणाम की लिस्ट में आता है जिसको काउंसलिंग में अयोग्य घोषित किया गया था । उसके बावजूद भी चयन सूची में उस अभ्यर्थी का नाम है । वर्ष 2010 एनसीटीई नियम व वर्ष 2017 आर एंड पी नियम के अंतर्गत अभ्यर्थी के दसवीं व बारहवीं में कुल अंक 50 प्रतिशत होना अनिवार्य है तभी आप इसके लिए पात्र होंगे। लेकिन उस अभ्यर्थी का चयन किया जाता है जिसके 40 फीसदी ही अंक बन रहे हों ।
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कार्रवाई नहीं की तो करेंगे उग्र आंदोलन
नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही बड़े – बड़े नारे दिए थे कि हम सत्ता सुख के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं । उनका कहना है कि वह व्यवस्था परिवर्तन अव्यवस्थित हो गई है। एबीवीपी ने प्रदेश सरकार आग्रह किया है कि शिक्षा विभाग में हो रही धांधलियों की जांच की जाए और इसमें संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए । ताकि पात्र अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर प्रदेश सरकार इस पर कोई कार्रवाही नहीं करती है तो अभाविप प्रदेश स्तर पर उग्र आंदोलन करेगी ।