प्रदेशभर में 108 व 102 एम्बुलेंस सेवाएं बन्द होने से मरीज हुए परेशान 

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108 Ambulance

The News Warrior 

17  जनवरी 2022 

प्रदेश में एंबुलेंस सेवाओं  का टेंडर नई कंपनी को मिलने के बाद सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है । प्रदेश में एंबुलैंस चलाने का टेंडर अब नई कंपनी मेडसवान फाउंडेशन को मिला है जिसके बाद सरकार ने पुरानी कंपनी जी.वी.के. ई.एम.आर.आई को सभी एंबुलैंस राज्य सरकार को जिला मुख्यालयों में सुपुर्द करने को कहा था। इस निर्णय के चलते राज्य में चलाई जा रही 108 व 102 एंबुलैंस सेवाएं लगातार दो दिन, शनिवार और रविवार, बंद रहने से और पहले से ही लागू कोरोना बंदिशों के चलते मरीज़ों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।  

आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने सभी एंबुलैंस को जिला मुख्यालय में लाने के निर्देश दिए थे ताकि उन्हें सरकार के सुपुर्द किया जा सके। सरकारी निर्देशों के चलते सभी क्षेत्रों से एंबुलैंस को जिला मुख्यालयों में पहुंचाया गया है और वीकेंड पर ज़रूरत में फंसे अधिकतर मरीज़ों को एंबुलैंस सेवा नहीं मिल पाई। 

कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते राज्य में नाईट कफर्यू भी लागू था जिसके कारण एंबुलैंस ना मिलने पर मरीजों को अस्पताल जाने के लिए भारी किराया देकर निजी गाडिय़ों का इस्तेमाल करना पड़ा। अधिकतर लोगों का मत है कि यदि एम्बुलेंस को जिला मुख्यालय की जगह उन्हीं के कार्यरत क्षेत्रों में सुपुर्द किया जाता तो शायद सब को इतनी परेशानी का सामना न करना पड़ता। 

एम्बुलेंस कर्मचारियों के रोज़गार पर छाए अनिश्चित्ता के बादल 

आगामी 4 सालों के लिए हिमाचल में चल रही 108 एंबुलैंस सेवा का जिम्मा अब मेडसवान फाउंडेशन को दे दिया गया है। इसीलिए अब प्रदेश मेें चल रही 108 एंबुलेंस सेवा के तहत 200  एंबुलेंस और 102 सेवा के तहत 125 एंबुलेंस सरकार के सुपुर्द होने के बाद उन्हें  चलाने के लिए दी जाएंगी। परन्तु इस पूरे मामले ने अब एम्बुलेंस के कर्मचारियों के भविष्य पर भी एक प्रश्नचिह्न लगा दिया है।  पुराने टेंडर के तहत पुरानी कंपनी के साथ काम कर रहे  एम्बुलेंस कर्मचारियों में से केवल कुछ ही कर्मचारियों को अब तक ऑफर लेटर मिलें हैं।  प्रदेश में दोनों एम्बुलेंस के करीबन कुल 1200 कर्मचारी है। 

परन्तु नई कंपनी को टेंडर मिलने के बाद जो एंबुलैंस में पुराने ट्रेंड कर्मचारी है उन्हें कुछ कर्मचारियों को अभी तक ऑफर लेटर भी नहीं मिले है। ऐसे में अन्य कर्मचारियों को अब अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। गौरतलब है कि इनमें युनियन के साथ जुड़े 200 कर्मचारियों में से किसी को भी ऑफर लेटर नहीं मिला हैजिसके बाद से कर्मचारियों में रोष का माहौल है। 

इस संबंध में कर्मचारी आज प्रदेश सचिवालय पहुंच कर ऑफर लेटर की मांग करेंगे। प्रदेश एंबुलैंस कर्मचारी युनियन के अध्यक्ष पूर्णचंद ने स्पष्ट तौर पर साफ़ कर दिया है कि कर्मचारियों के साथ किसी भी तरह का  खिलवाड़ बदार्शत नहीं किया जायेगा। ने कहा कि कर्मचारियों के साथ अगर खिलवाड़ किया गया तो बदार्शत नहीं किया जाएगा। 

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