हिमाचल में ढाई लाख लोग थैलेसीमिया के कैरियर- डॉक्टर ओमेश भारती

The News Warrior
0 0
Spread the love
Read Time:6 Minute, 33 Second
THE NEWS WARRIOR
09/05/2022

थैलेसीमिया के कैरियर का सर्वेक्षण करने वाला पहला राज्य बना हिमाचल

विवाह पूर्व जांच से रुकेगा थैलेसीमिया का फैलाव: डॉ. ओमेश भारती

शिमला:-

विख्यात चिकित्सा विज्ञानी पद्मश्री डॉक्टर ओमेश भारती ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में लगभग ढाई लाख लोग घातक रोग थैलेसीमिया के कैरियर हैं। विवाह पूर्व थैलेसीमिया की जांच करने से इस अनुवांशिक रक्त विकार का फैलाव रोका जा सकता है। देश में हिमाचल ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां इस रोग को लेकर सर्वेक्षण किया गया, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है।

कार्यक्रम की संयोजक एवं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान में पीएचडी कर रही दृष्टिबाधित छात्रा प्रतिभा ठाकुर ने बताया कि डॉ. भारती अंतर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस पर उमंग फाउंडेशन के वेबिनार में  “थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के अधिकार और रक्तदान का महत्व” विषय पर बोल रहे थे। फाउंडेशन के अध्यक्ष और 93 बार रक्तदान कर चुके प्रो. अजय श्रीवास्तव ने खूनदान पर विस्तृत चर्चा की। मानवाधिकार जागरुकता पर संस्था का यह 33 वां साप्ताहिक कार्यक्रम था।

थैलेसीमिया नहीं है थैलेसीमिया

डॉक्टर ओमेश भारती ने बताया कि अनुवांशिक बीमारी होने के कारण थैलेसीमिया माता-पिता से बच्चों में आता है। यह संक्रामक रोग नहीं है। थैलेसीमिया की पहचान जन्म के पांच -छह महीने के भीतर ही हो जाती है क्योंकि बच्चा अत्यंत कमजोर हो जाता है। फिर उसको समय-समय पर जीवन भर रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है। साथ ही दवाएं भी खानी पड़ती हैं। इसका निश्चित पक्का ईलाज अभी सम्भव नहीं है।

ओमेश भारती ने कहा कि शिशुओं में कमजोरी के लक्षण आने पर उन्हें तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। देवता या तांत्रिक के पास जाने से इसमें कोई लाभ नहीं हो सकता। इस बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए विवाह पूर्व खून की जांच कराना आवश्यक है। यह टेस्ट लगभग  410 रुपए का होता है। इससे यह पता चल जाता है कि व्यक्ति थैलेसीमिया का कैरियर तो नहीं है।

पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला रोग

थैलेसीमिया के कैरियर पुरुष या महिला को ऐसे व्यक्ति से शादी नहीं करनी चाहिए जो थैलेसीमिया का कैरियर हो। यदि वे डॉक्टरों की सलाह के विपरीत शादी करते हैं तो 25% संभावना होती है कि उनकी संतान थैलेसीमिया मेजर रोग से ग्रस्त होगी।

ओमेश भारती ने कहा कि पंजाब और इसके साथ लगते क्षेत्रों में थैलेसीमिया का प्रकोप ज्यादा देखा जाता है। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और सिरमौर के लोगों में थैलेसीमिया की विकृत जींस पाए जाने की संभावना अधिक होती है। लेकिन हिमाचल को छोड़कर पंजाब अथवा किसी अन्य राज्य में इस बारे में कोई विस्तृत अध्ययन नहीं किया गया है।

उनका कहना था कि पहली बार उन्होंने हिमाचल में व्यापक सर्वेक्षण किया और पाया कि लगभग ढाई लाख लोग थैलेसीमिया की विकृत जीन के कैरियर हैं।

थैलेसीमिया एक विकलांगता

प्रो. अजय श्रीवास्तव ने कहा कि विकलांगजन अधिकार कानून 2016 के अंतर्गत थैलेसीमिया को एक विकलांगता माना गया है। लेकिन थैलेसीमिया पीड़ित व्यक्तियों के लिए दिव्यांग कोटे से नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान नहीं है। जबकि शिक्षण संस्थानों में उन्हें दिव्यांगों के 4% आरक्षण के कोटे का लाभ मिलता है।

रक्तदान की अपील

अजय श्रीवास्तव ने युवाओं से रक्तदान की अपील की और कहा कि इससे थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों समेत अन्य जरूरतमंद रोगियों को जीवनदान मिलता है तथा हमारे शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती। उन्होंने प्रदेश की खस्ताहाल ब्लड बैंकिंग व्यवस्था को सुधारने के लिए बड़ा जनांदोलन शुरू करने की जरूरत बताई।

दृष्टिबाधित छात्रा इतिका चौहान ने किया कार्यक्रम का संचालन

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी की दृष्टिबाधित छात्रा इतिका चौहान ने कार्यक्रम का संचालन और थैलेसीमिया से प्रभावित छात्रा जैस्मीन ग्रोवर ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। एमए- मनोविज्ञान और सोशल वर्क की छात्राओं क्रम से साहिबा ठाकुर और ऋतु वर्मा ने प्रश्न-उत्तर एवं धन्यवाद ज्ञापन का दायित्व निभाया। वेबीनार में तकनीकी सहयोग उदय वर्मा और संजीव शर्मा ने दिया।

 

 

 

 

यह भी पढ़े…………………….

प्रदेश के विकास में प्रशासनिक अधिकारियों का सराहनीय योगदान- जय राम ठाकुर

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

400 किलो तांबा और 300 लीटर तेल ट्रांसफार्मर से चोरी, कई गांवों में पसर गया अंधेरा

Spread the love THE  NEWS WARRIOR 09/05/2022 अज्ञात लोगों ने ट्रांसफार्मर में की चोरी तेल और तांबे की सारी मशीनरी चुरा ले गए चोर शिमला:- शिमला जिले के सुन्नी थाना के तहत जलोग गांव के बिजली ट्रांसफार्मर में रविवार रात चोरी हो गई। शातिरों ने सुन्नी जलोग के भराड़ा नाला […]

You May Like