फलसफा जीवन का हर कोई, दूसरों को सिखाता है I
पर जिन्दगी के सच का तजुर्बा, अपने ही अनुभव से आता है I
नन्ही चिड़िया अन्तःशक्ति से, पंखों पर अपना भार उठाती है I
तिनका तिनका चुनने वाली, क्षितिज पार कर जाती है I
छोटी चींटी अद्भुत अनुशासन, का हुनर दिखाती है I
विपरीत स्थिति और वक्त पड़े, तो हाथी से भी भिड जाती है I
बहती नन्ही धरा बढ़ते बढ़ते, विशाल नदी बन जाती है I
कोशिश करने वालों की राह से, हर मुश्किल मुड जाती है I
निंदा करने वालों के डर से, लक्ष्य से दूर नहीं होना I
करके दिखाने वालों के लिए, दुनियां की राय बदल जाती है I
तेरी हार पर बस हर कोई, घडियाली आंसू दिखाएगा I
जो खुद के जीवन को ही, खो दे और भला क्या पाएगा I
घिरेगा अँधेरा उठेगा तूफ़ान, रास्ता धूमिल हो जाता है I
डरता नहीं संघर्ष से जो, वो अभिमन्यु कहलाता है I
खुद के अस्तित्व पर विश्वाश कर, तभी जीवन सफल होगा I
आत्महत्या करने से, कौन सा मसला हल होगा I
दुखों से तू यूं हार नहीं, ऐसी मझधार कहाँ I
जिसका कोई पार नहीं, बस धैर्य और कर्म तेरा I
पग पग पर साथ निभाएगा, संघर्ष को जीने वाला ही,
भविष्य को राह दिखाएगा I