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10 जुलाई 2023
मंडी : हिमाचल प्रदेश की सभी नदियां रौद्र रूप धारण कर चुकी हैं । मंडी जिला में ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है । करीब आधा दर्जन पुल व फुटब्रिज पानी में बह गए हैं । पुलिस व अन्य बचाव दल दिन रात बचाव एवं राहत कार्यों में जुटे हुए हैं । खतरे की जगहों से लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है नदी किनारे के घरों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित जगहों को पहुंचाया जा रहा है ।
झुग्गी-झोंपड़ियां खाली करने को तैयार नहीं हुए प्रवासी
इस दौरान पुलिस के सामने एक अजीब स्थिति उस समय पैदा हो गई, जब मंडी मुख्यालय के समीप कूड़ा बीनने वाले नदी के किनारे झुग्गी-झोंपड़ियां खाली करने को तैयार नहीं हुए। समाज का गरीब तबका इस बात का तर्क दे रहा था कि वो जीवन भर की कमाई को कैसे छोड़ दें।
मौके पर पहुंची एसपी मंडी
समस्या का समाधान न होने की स्थिति में मूसलाधार बारिश के बीच मंडी एसपी सौम्या सांबशिवन उफनती नदी के किनारे पहुंची। करीब आधा घंटा काउंसलिंग के बाद लगभग 80 प्रवासियों को नदी के किनारे से हटाकर गुरुद्वारा में आश्रय दिया गया।
एसपी ने समझाकर प्रवासियों को शिफ्टिंग के लिए किया तैयार
पुलिस अधीक्षक ने झुग्गी में रहने वालों को समझाया कि जीवन ही सबसे अनमोल है। ब्यास नदी के जलस्तर के कारण रविवार हो भी पंडोह बाजार में पानी दाखिल हो गया था। थुनाग से भी खौफनाक मंजर सामने आया था। ब्यास नदी के रौद्र रूप को लेकर प्रशासन कतई भी प्रवासियों को नदी के तट पर रहने की अनुमति नहीं दे सकता था।
सामाजिक संस्थाओं से खाने-पीने की व्यवस्था की अपील
पुलिस अधीक्षक सौम्या सांबशिवन की कोशिश पर तकरीबन 80 प्रवासी नदी के किनारे से निकासी को तैयार हो गए । उन्होंने ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को रेस्क्यू करने के बाद गुरुद्वारा में आश्रय दिया गया है। सामाजिक संस्थाओं से खाने-पीने की व्यवस्था की अपील की जा रही है।