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21 फरवरी 2023
शिमला : पेपर लीक मामले में विवादों में आए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को जांच के बाद मंगलवार को भंग कर दिया गया है। यह जानकारी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान दी है। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला है कि पिछले तीन साल के पेपर बिक रहे थे। इसके चलते हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग को भंग करने का निर्णय लिया है। लंबित पेपर अब हिमाचल लोक सेवा आयोग द्वारा करवाए जाएंगे ।
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तीन साल से चल रहा था पेपर बेचने का धंधा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया को जानकारी देते बताया कि पिछले कुछ समय से पेपर बेचे जाते थे इसके साथ ही अभी जो पेपर हुए हैं उनके विषय में भी शिकायतें आई हैं। पेपर लीक होने का मामला आने के बाद सरकार ने हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग के कामकाज को निलंबित किया था। मामले की जांच को आईएएस अभिषेक जैन को नियुक्त किया गया था। साथ ही विजिलेंस भी जांच कर रही थी। जांच में सामने आया है कि हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग में पिछले तीन साल से पेपर बेचने का धंधा चल रहा था। कुछ लोगों को पेपर बेचे जा रहे थे। जब आज सुबह उनके पास फाइल पहुंची तो निलंबित हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग को भंग करने का फैसला लिया है।
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हिमाचल लोक सेवा आयोग में शिफ्ट होंगे पेपर
हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग में जिन पदों के रिजल्ट निकल गए हैं और दस्तावेज मूल्यांकन की प्रक्रिया होनी है व आगामी पेपर होने उन सबको हिमाचल लोक सेवा आयोग में शिफ्ट कर दिया गया है। जब तक कोई अन्य टेस्टिंग एजेंसी का गठन नहीं हो जाता हिमाचल लोक सेवा आयोग के माध्यम से ही भर्तियां होंगी। अन्य टेस्टिंग एजेंसी के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का अध्ययन किया जा रहा है। साथ ही हर पहलुओं को बारीकि से देखा जा रहा है। हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग में कार्यरत स्टाफ को सरप्लस पूल में डाला गया है। वे किस विभाग में जाना चाहते हैं, उनसे ऑप्शन मांगी गई है। कर्मचारी ऑप्शन लिखकर दें।