प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी से मनाली ने समिति स्थापित बंद, 1161 करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज का बदला है बर्फबारी के साथ-साथ लगातार बारिश से प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है। बर्फबारी के बाद हुई ठंड से प्रदेश के किन्नौर में आए 3 पर्यटकों की मौत हो गई वही लाहौल स्पीति में सबसे अधिक 56, चंबा में 7 और कुल्लू में एक मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है वही रोहतांग दर्रा में भी 3 फुट से अधिक बर्फबारी हुई है अटल टनल के दोनों छोरों पर भी आधा फुट से अधिक बर्फ की परत चढ़ गयी है. मौसम को देखते हुए एहतियात के तौर पर लाहौल स्पीति प्रशासन ने घाटी में पर्यटकों के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में मानसून से 1100 करोड़ से अधिक के नुकसान की रिपोर्ट सरकार ने केंद्र सरकार को भेजी है 13 जून से 8 अक्टूबर तक प्रदेश में मानसून के दौरान करोड़ों की चल और अचल संपत्ति का नुकसान हुआ है हिमाचल प्रदेश में मानसून के मौसम में प्राकृतिक हादसों से 481 लोगों की जान गई है जबकि 627 लोग जख्मी हुए हैं वही अभी भी 13 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
बरसात के चलते प्रदेश में 794 पशु धन का भी नुकसान हुआ है वहीं प्रदेश के 1104 घरों को भी आंशिक और पूर्ण रूप से नुकसान की रिपोर्ट है अत्यधिक बारिश के कारण 18 दुकान , 8 पूल, 756 गौशाला बरसात में बह गई है वही इस मानसून के मौसम में लोक निर्माण विभाग को 686.95 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
इसके साथ स्वास्थ्य विभाग को भी ₹60 का नुकसान हुआ है शिक्षा विभाग को 64 लाख रुपए तो ग्रामीण विकास विभाग को ₹30 करोड़ और शहरी विकास विभाग को 102 करोड रुपए का नुकसान हुआ है वहीं, जल शक्ति विभाग को 346.76, बिजली विभाग को 60.8 करोड़ का नुकसान झेलना पड़ा है. स्वास्थ्य विभाग भी 60 लाख का नुकसान पहुंचा है. शिक्षा विभाग को भी 64 लाख, ग्रामीण विकास विभाग को 30.6 करोड़, शहरी विकास विभाग को 102.1 करोड़ की क्षति पहुंची है।