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20 /12 /2022
भारत के चैंपियन जेवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा ने 2022 में रच दिया इतिहास
भारत
भारत के चैंपियन जेवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा ने 2022 में इतिहास रच दिया। उन्होंने इस साल वह कारनामा किया जो अब तक कोई भारतीय जेवलिन थ्रोअर नहीं कर सका था। ठीक एक साल पहले 2021 में हुए टोक्यो ओलंपिक में वह गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के पहले ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बने थे। अब एक साल बाद उन्होंने एक ऐसे खिताब को अपने नाम किया जो अब तक भारतीय खिलाडिय़ों के लिए सपना ही था। दुनिया के किसी भी एथलीट के लिए डायमंड लीग फाइनल टाइटल जीतना ओलंपिक गोल्ड से बड़ा नहीं तो उससे छोटा भी नहीं है। नीरज 2021 में ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बने तो अब उनके सामने सिर्फ एक ही चुनौती शेष थी। उन्हें अब सिर्फ डायमंड लीग खिताब को अपना बनाना था। चोपड़ा ने इस साल सितंबर के महीने में करोड़ों भारतीयों के इस सपने को भी सच कर दिया। 24 साल के नीरज ज्यूरिख में इस खिताब को हासिल करके भारत के सर्वकालीन महानतम भारतीय एथलीट बन गए। बता दें कि नीरज चोपड़ा ने चोट के चलते कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में शिरकत नहीं की थी। वह एक महीने तक फील्ड से बाहर रहे और शानदार वापसी करते हुए 26 जुलाई को डायमंड लीग सीरीज का लुसाने स्टेज जीतकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
पहले ही प्रयास में खिताब को अपने नाम किया
चोपड़ा ने लुसाने में अपने पहले ही प्रयास में 89.08 मीटर का थ्रो करके खिताब को अपने नाम किया था। लुसाने में उन्होंने अपने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो किया। स्टार इंडियन एथलीट ने 2017 और 2018 में भी डायमंड लीग फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। वह 2017 में सातवें और 2018 में चौथे स्थान पर रहे थे। इस साल चोपड़ा के लिए अच्छी खबर यह थी कि फाइनल में शामिल 6 जेवलिन थ्रो एथलीट्स में वल्र्ड चैंपियन ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स इंजरी के कारण शामिल नहीं हुए थे, लेकिन भारतीय सुपरस्टार के सबसे बड़े कंपिटीटर चेक रिपब्लिक के ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट याकुब वाडलेज यहां मौजूद थे। चोपड़ा ने फाइनल में अपने दूसरे एटेंप्ट में अपना बेस्ट थ्रो किया। भाला को 88.44 मीटर दूर फेंका। वहीं उनके सबसे बड़े राइवल वालडेज ने अपने चौथे एटेंप्ट में 86.94 मीटर का थ्रो किया, लेकिन वह भारतीय ओलंपिक मेडलिस्ट को पार नहीं कर सके।
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