The news warrior
31 मई 2023
शिमला : हिमाचल प्रदेश के डाक्टरों में एनपीए बंद होने को लेकर काफी नाराजगी है । डॉक्टर रोज डेढ़ घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक पर हैं । वहीं डेण्टल कॉलेज शिमला के डॉक्टर भी इसका जम कर विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनपीए का बंद होना और अभी तक भी उनके स्टायपेंड में बढ़ोतरी ने होना उन पर दोहरी मार है ।
एबीबीएस और बीडीएस को दिया जाता है स्टायपेंड
हिमाचल प्रदेश के सरकारी दंत महाविद्यालय के छात्र अपने स्टायपेंड को लेकर चिंतित हैं। बता दें कि हर महीने सरकारी कॉलेज से एमबीबीएस व बीडीएस करने वाले छात्रों को सरकार द्वारा इंटर्नशिप में स्टायपेंड दिया जाता है । आज तक एमबीबीएस और बीडीएस का स्टायपेंड हमेशा बराबर रहा है । कभी कोई भेदभाव नहीं किया गया।
नोटिफिकेशन में बीडीएस छात्रों का जिक्र नहीं
पिछले वर्ष जारी एक नोटिफिकेशन के अनुसार एमबीबीएस छात्रों के स्टायपेंड में वृद्धि की गई थी । उनका स्टायपेंड 17 हज़ार से बढ़ा कर 20 हज़ार कर दिया गया था । उस नोटिफिकेशन में बीडीएस छात्रों का कोई ज़िक्र ही नहीं किया गया है।
एमबीबीएस प्रशिक्षुओं को मिलने लगा है स्टाइपेंड
प्रशिक्षु डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने इस बात को कई दफा सरकार के समक्ष रखा लेकिन सरकार द्वारा आज तक इस पर कोई सुनवाई नहीं की गई । पिछले 8 महीने पहले यह नोटिफिकेशन आयी है और एमबीबीएस का बढ़ा हुआ स्टायपेंड उन्हें मिलने भी लग गया है वहीं डेंटल के प्रशिक्षु डॉक्टरों को इस लाभ से अभी तक वांछित रखा गया है।
यह भेदभाव नहीं है जायज
डेंटल प्रशिक्षुओं की मांग माँग है कि उनके हक़ का स्टायपेंड उन्हें दिया जाए । यह भेदभाव कहीं से भी जायज़ नहीं है । फिर उसके अलावा एनपीए का बंद होना उन्हें चिंतित करता है । उनका कहना है कि हम सरकार के इस फैसले का विरोध करते हैं ।