the news warrior, Shimla
9 जनवरी 2023
हिमाचल में अब स्कूल लेक्चरर भी पीएचडी कर सकेंगे | एचपी यूनिवर्सिटी में पीएचडी के लिए एनरोल होने के लिए एंट्रेंस टेस्ट दे सकेंगे। हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी ने नए नियमों के तहत कॉलेज के बाद स्कूल लेक्चररों को भी यह सुविधा दे दी है। इसके लिए नेट क्वालिफाई होना जरूरी नहीं है । पीजी डिग्री वाले स्कूल लेक्चरर भी पीएचडी का एंट्रेंस टेस्ट पास कर एडमिशन ले सकेंगे।
यूनिवर्सिटी ने बनाए यह नए नियम
हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी की ओर से पीएचडी में एडमिशन लेने के लिए नए नियम बनाए हैं, जिसमें कॉलेज टीचरों और स्कूल लेक्चररों को राहत दी गई है। पीएचडी में दाखिले के लिए 80 नंबर प्रवेश परीक्षा के, 20 नंबर नेट, JRF और MPHIL के चाहिए। ऐसे में अब कोई भी स्कूल लेक्चरर पीएचडी कर सकता है ।
प्रवेश को लेकर हुआ था विवाद
प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी को लेकर विवाद हुआ था। पूर्व वीसी प्रो. सिकंदर कुमार के कार्यकाल में एचपीयू के अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चों को बिना प्रवेश परीक्षा कोर्स में दाखिला दे दिया गया था। ऐसे में अब तय हुआ है कि कॉलेज और यूनिवर्सिटी में शिक्षकों से भरी जाने वाली सीटों पर तभी प्रवेश मिलेगा, जब विभाग में सीट खाली होगी। वहीं स्कूल लेक्चररों को एंट्रेंस बेस पर एडमिशन दिया जाएगा।
विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. एसपी बंसल ने बताया कि अब स्कूल लेक्चरर भी एंट्रेंस आधार पर पीएचडी में एडमिशन ले सकेंगे। इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है । यूजीसी नियमों के आधार पर यह दाखिले होंगे ।
प्रदेश विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार , कॉलेज के टीचर अब गाइड बन सकते हैं। वे अपने तहत 8 रिसर्च स्कॉलर को एनरोल करके उनसे पीएचडी करवा सकते हैं। पहले सिर्फ हिमाचल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ही छात्रों को पीएचडी करवाने के पात्र थे।