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29 अप्रैल 2023
सोलन : हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला मुख्यालय में सीता नवमी बड़े हर्षोल्लास से मनाई गई । सीता नवमी के उपलक्ष पर 51 किलो लड्डू बांटे गए । वहाँ से गुजरने वाले लोगों को लड्डू बांटे गए । आयोजकों ने बताया कि चैत्र मास नवमी को राम नवमी होती है और चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है वैसे ही रामनवमी के एक महीने बाद बैसाख मास की शुक्ल नवमी को माँ सीता का जन्म दिवस मनाया जाता है ।
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सन्दूक में मिली बच्ची
मिथिला राज्य में बहुत लंबे समय तक वर्षा नहीं हुई, जिसके कारण वहां की प्रजा तथा वहां के राजा जनक बहुत चिंतित थे । तब राजा जनक ने ऋषियों से इस समस्या का समाधान पूछा तो उन्होंने बता कि अगर राजा जनक स्वयं हल चलाएंगे तो इन्द्र देवता बहुत प्रसन्न होंगे और राज्य में वर्षा होगी । ऋषियों के सुझाव से राजा जनक ने स्वंय हल चलाना शुरू किया । हल चलाने के दौरान एक सन्दूक हल से टकराया जैसे ही राजा जनक ने वह सन्दूक खोल कर देखा तो उसमें एक बहुत ही सुंदर बच्ची थी ।
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घर जाकर बच्ची का नाम रखा सीता
राजा जनक नि:सन्तान थे । बच्ची को देखकर वह बहुत खुश हुए और बच्ची को घर ले गए । घर जाकर उन्होंने उस बच्ची का नाम सीता रखा । जिस दिन राजा जनक को माता सीता मिली थी उस दिन वैशाख माह की शुक्ल नवमी की तिथि थी । तभी से इस दिन को सीता नवमी या जानकी नवमी के नाम से मनाया जाने लगा ।