छात्र अभिभावक मंच ने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ खोला मोर्चा
शिमला – प्रदेश भर में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ छात्र अभिभावक मंच द्वारा मोर्चा खोल दिया गया है छात्र अभिभावक मंच द्वारा सोमवार को शिक्षा निदेशालय शिमला के बाहर धरना प्रदर्शन किया और निजी स्कूलों की मनमानी फीस वृद्धि और किताबों के नाम पर की जा रही पर रोक लगाने की बात कही। मंच ने आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार की नाकामी और मिलीभगत के कारण अभिभावकों का शोषण कर रहे हैं। निजी स्कूलों द्वारा फीस बढ़ाई गई लेकिन सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया।
छात्र अभिभावक संघ के राज्य संयोजक विजेंद्र मेहरा कहते हैं कि परीक्षा के नाम पर निजी स्कूल अतिरिक्त फीस वसूल रहे हैं वही किताबों के नाम पर अभिभावकों को लूटा जा रहा है जो किताब ₹50 में सरकार सरकारी स्कूलों के लिए खरीदती है वहीं किताब निजी स्कूल ₹150 में उपलब्ध करवा रहे हैं। विजेंद्र मेहरा कहते हैं कि उन्होंने सरकार से निजी स्कूलों पर लगाम लगाने के लिए विशेष कानून बनाने की मांग की थी जिसको लेकर सरकार ने सिर्फ जहां मांगी लेकिन उसके आगे कोई कदम नहीं उठाया गया।
निजी स्कूलों को लेकर सरकार द्वारा कानून बनाते बनाते 3 साल हो गए लेकिन कुछ नहीं बना। कई महीने पहले अभिभावक संघ द्वारा अभिभावकों के दर्जनों सुझाव सरकार को भेजे गए थे फिर भी सरकार कानून बनाने में आनाकानी कर रही है।