आज भगवान रघुनाथ की ऐतिहासिक रथयात्रा से होगा कुल्लू अंतरराष्ट्रीय दशहरा का आगाज
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में 7 दिनों तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का आगाज आज देव रघुनाथ की ऐतिहासिक की रथ यात्रा से शुरू होगा। प्रदेश के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर बतौर मुख्यअतिथि अटल सदन से शाम 7:00 बजे दशहरा उत्सव का शुभारंभ करेंगे।
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में दशहरा सबसे अलग और अनोखे अंदाज में मनाया जाता है यहां इस त्यौहार को दशमी भी कहा जाता है। जब देशभर में विजयदशमी का समापन होता है तो उसी दिन से कुल्लू घाटी में इस उत्सव का शुभारंभ होता है उत्सव के रंग और अधिक बढ़ने लगते हैं। अब एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव 50 साल पुराने अंदाज में वापस आएगा। आपको बता दें कि इस मेले ना तो व्यापारिक गतिविधियां होगी और ना ही सांस्कृतिक कार्यक्रम सिर्फ देवी देवताओं के रथ और देवी देवता ढालपुर मैदान की शोभा बढ़ाएंगे।
कुल्लू में आयोजित होने वाले दशहरा उत्सव को साल 1966 में राज्य स्तरीय उत्सव का दर्जा मिला था वहीं 1970 में इस उत्सव को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा प्राप्त हुआ। इसके 47 साल बाद 2017 में इसे अंतरराष्ट्रीय उत्सव के रूप में दर्जा प्राप्त हुआ। इस वर्ष आयोजित होने वाले दशहरा उत्सव में 332 देवी देवताओं को जिला प्रशासन की ओर से आमंत्रित किया गया है।
ढालपुर मैदान में पहले से ही सभी देवी देवताओं के लिए स्थान निर्धारित कर लिए गए हैं वहीं लोगों को कोरोना से बचाने के लिए SOP का पालन करने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं देवी देवताओं के साथ आने वाले थे वालों के लिए भी देवालुओं को वैक्सीन की डबल डोज़ आवश्यक होगी। मेला परिसर में व्यवस्था बनाए रखने के लिए 500 पुलिस जवान की तैनाती की गई है मेला क्षेत्र को 5 सेक्टरों में विभाजित किया गया है आपातकालीन स्थिति के लिए दो QRT की टीमें भी मौके पर मौजूद रहेंगी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुलिस अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।