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17 /08 /2022
विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को बड़ा सियासी उलटफेर मिला देखने को
हिमाचल:
हिमाचल में विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला। कांग्रेस के दो विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कांगड़ा से विधायक पवन काजल और नालागढ़ से विधायक लखविंद्र राणा ने बीजेपी का दामन थामा लिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भाजपा के दिल्ली दफ्तर में दोनों विधायकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
कांगड़ा जिला ही हिमाचल की सत्ता की चाबी
कांग्रेस के लिए इसे बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। खासकर पवन काजल का जाना कांग्रेस के लिए झकझोरने वाली खबर है क्योंकि दो बार के विधायक पवन काजल को ओबीसी समुदाय के बड़े नेता के तौर पर देखा जाता हैं। कांगड़ा जिला में उनके भाजपा से शामिल होने से यहां के सियासी समीकरण बदल सकते हैं क्योंकि कांगड़ा जिला ही हिमाचल की सत्ता की चाबी किसे देनी है, यह तय करता है। हालांकि कांग्रेस ने ओबीसी वोट पर पकड़ मजबूत रखने के लिए चंद्र कुमार को वर्किंग प्रेजिडेंट बना दिया है।
17 साल तक कांग्रेस का साथ निभाया
वहीं सोलन जिला के नालागढ़ विधानसभा हल्के दो बार के विधायक लखविंद्र राणा ने भी 17 साल तक कांग्रेस का साथ निभाने के बाद पार्टी का साथ छोड़ दिया है। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद पवन काजल ने कहा कि कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र की जनता की भावनाओं की कदर करते हुए उन्होंने यह बदलाव किया है।
परिवारवाद से घिरी कांग्रेस
लखविंद्र राणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश और प्रदेश में परिवारवाद से घिरी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आम आदमी को कभी भी देश व प्रदेश में अध्यक्ष बनने का अवसर नहीं मिलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जगत प्रकाश नड्डा के देश के प्रति समर्पण की भावना को देखते हुए उन्होंने पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया है।
कांग्रेस का वर्किंग प्रेजिडेंट बनाया था
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसी साल मई माह ही पवन काजल को हिमाचल कांग्रेस का वर्किंग प्रेजिडेंट बनाया था। उनके भाजपा में जाने की अटकलों के बीच बीती शाम ही कांग्रेस ने इस पद से हटा दिया था। इसी तरह लखविंद्र राणा भी प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे हैं।
बीजेपी को भी झटका देने की तैयारी
बेशक कांग्रेस के दो विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। इस बीच भाजपा विधायक अनिल शर्मा भी कांग्रेस में शामिल हो सकते है। कांग्रेस नेताओं ने उन्हें पार्टी में जल्द शामिल कर बीजेपी को भी झटका देने की तैयारी कर ली है। पार्टी इसे डेमेज कंट्रोल के तौर पर देख रही है।
जयराम सरकार के कुछ मंत्री भी कांग्रेस के संपर्क में
इस बीच राज्य के बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर और कांग्रेस नेता सुखविंद्र सिंह सुक्खू की बीती रात सुंदरनगर में हुई गुप्त बैठक के बाद सियासी गलियारों में अलग तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इन चर्चाओं को सुखविंद्र सुक्खू का वह बयान हवा दे रहा है जो उन्होंने सदन में दिया था। दरअसल, सुक्खू ने सदन में कहा था कि जयराम सरकार के कुछ मंत्री भी कांग्रेस के संपर्क में है। यही वजह है कि राज्य महेंद्र सिंह और सुक्खू की इस मुलाकात के अलग सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
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