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2 मार्च 2023
शिमला : हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के शहीद पवन दंगल का पार्थिव शरीर गुरुवार को तिरंगे में लिपटकर उनके पैतृक गांव पिथवी पहुंचा। सेना के जवानों ने 6 तोपों की सलामी के बीच राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी। इस मौके पर पूर्व ठियोग के विधायक राकेश सिंघा, SDM सुरेंद्र मोहन, DSP चंद्र शेखर सहित अन्य लोग शामिल रहे।
जगह जगह लोगों ने फूलमालाओं से देश के लिए कुर्बान हुए जवान को श्रद्धांजलि दी। पिथ्वी गांव में शहीद की पार्थिव देह पहुंचते ही स्थानीय लोग, शहीद के परिवार और रिश्तेदार भावुक हो गए । पवन कुमार अमर रहे के नारों से समूचा क्षेत्र गूंज उठा और सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से शहीद पवन को अंतिम विदाई दी।
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आंतकवादी मुठभेड़ में गोली लगने से हुए शहीद
बता दें कि सोमवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में पवन कुमार को गोली लगी। जहां से उसे सैन्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। पवन के शहीद होने की खबर से रामपुर क्षेत्र शोक में डूबा है। 26 वर्षीय पवन कुमार दंगल 55वीं राष्ट्रीय राइफल ग्रेनेडियर में बतौर सिपाही तैनात था। वह 2015 में सेना में भर्ती हुआ था। पवन घर का इकलौता चिराग था। पिता शिशुपाल लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हैं। जबकि माता भजन दासी गृहिणी हैं। बहन प्रतिभा की शादी हो चुकी है।
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जनवरी में चचेरे भाई की मौत पर आया था घर
पवन के शहीद होने से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। जनवरी में पवन के चचेरे भाई की मौत हो गई थी। इस दौरान वह छुट्टी पर घर आया था। 7 फरवरी को ही पवन ड्यूटी के लिए वापस लौटा था। इस दौरान उसने जल्द छुट्टी पर आने की बात कही थी, लेकिन उसे क्या पता था कि अब वह कभी घर वापस नहीं लौटेगा।